पिछले सप्ताह आरंभ में सोमवार को दिल्ली राजस्थान लाइन चना 5525 से 5550 प्रति कुंतल खुला जो कि शनिवार की शाम को 5875 से 5900 प्रति कुंतल पर बंद हुआ। बीते सप्ताह चना दाल बेसन की मांग के चलते 350 रुपए प्रति कुंतल की तेजी दर्ज की गई। वहीं दिल्ली चना की कीमतों में पिछले सप्ताह ₹400 प्रति कुंतल की तेजी दर्ज कि गई।
तेजी मंदी रिपोर्ट
चना की कीमतों में आई तेजी के प्रमुख पांच कारणों पर आज हम बात करने वाले हैं। पहला चना उत्पादन में बड़ी कमजोरी है। दूसरा कारण मंडियों में चना की आवक बहुत कमजोर है। तीसरा कारण चना त्योहारी सीजन आने वाला है। चौथा कारण नाफेड ट्रेडर्स में जबरदस्त खरीदी । पांचवा कारण है नाफेड दोबारा ऊंचे कीमतों पर चना टेंडर पास करना।
पिछले तीन-चार सालों से स्टॉकिस्टों को नुकसान होने से ज्यादातर स्टॉकिस्ट खरीदी से दूर रहे। जो स्टॉकिस्ट चना खरीदी का मन बना रहे थे वह भी नाफेड दवारा बंपर खरीदी को देखते हुए दूर हुए। इस समय सबसे बड़ा स्टॉकिस्ट नाफेड है स्टॉकिस्टों के पास चना काफी कम है।
अभी वर्तमान स्थिति में नाफेड के द्वारा चना कम पास करें तब भी बाजार बढ़े वहीं ज्यादा पास करे तो भी बाजार मजबूत होने की संभावना है।
पिछला चना टेंडर नाफेड के द्वारा ओसत भाव 5114 रुपए प्रति पास किया गया था अभी अगर इसमें अन्य खर्च और भाड़ा भी मिला लिया जाए तो अंदाज में ₹500 प्रति कुंटल तो दिल्ली में पहुंच कीमत 5600 से ₹5625 प्रति कुंटल होगा। जो कि दिल्ली में चना की कीमत अभी 5850 रुपए प्रति क्विंटल है. यदि चना टेंडर नाफेड द्वारा ऊपर भाव में पास किया जाता है तभी भी बाजार में तेजी आएगी अगर पहले वाले भाव में पास किया जाता है तो एक बार बाजार रुक सकता है।
जानकारी के अनुसार चना की कीमत दिल्ली में अब 5700 से ₹5800 प्रति क्विंटल के नीचे जाने की संभावनाएं कम हैं वही ऊपर में चना का भाव दिल्ली 6500 देखने को मिल सकता है। व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट : आज आपने जाना चना का भाव, तेजी मंदी रिपोर्ट । व्यापार अपने विवेक से करे। किसी भी फसल में तेजी या मंदी आने वाली फसल की मांग और परिस्थितियों पर निर्भर करती है। किसी भी लाभ हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है