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आवक कम होने के कारण भाव में जीरा भाव में तेजी आ रही है। जानें जीरा तेजी मंदी रिपोर्ट

व्यापारियों का कहना है। कि रिकार्ड उत्पादन के बावजूद निचले स्तर पर जोरदार खरीद आने से वायदा में एक बार फिर जीरे में तेजी भड़क गई है।

आवक कम होने के कारण भाव में तेजी आ रही है। जीरा तेजी मंदी रिपोर्ट 

जानकारों का कहना है कि पिछले 10-12 दिनों से जीरा में तेजी आ रही है। लगभग 10 दिन पहले नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीएक्स) पर जीरे का जून वायदा जीरा 22,150 रुपए चल रहा था। जो 10 मई शुक्रवार को ऊंचे में 26,470 रुपए बिकने के बाद 25,190 रुपए पर बंद हुआ।

मई वायदा ऊंचे में 27,935 रुपए का स्तर छूने के बाद 27,010 रुपए पर बंद हुआ। व्यापारियों का कहना है कि ऊंचे भाव पर मुनाफा वसूली से भाव कुछ नीचे आए हैं लेकिन फिलहाल आगामी दिनों में धारणा तेजी की लग रही है। क्योंकि उत्पादक मंडियों में आवक कम हो रही है। व्यापारियों का कहना है कि जीरा में तेजी का कारण महंगा होने की वजह निचले भाव पर मांग बढ़ना है।

कमोडिटी विश्लेषक और एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज लिमिटेड में सीनियर एसोसिएट्स(रिसर्च) रविशंकर पांडेय के अनुसार इस साल जीरे का उत्पादन अधिक होने से नई फसल के बाद भाव काफी गिर चुके हैं। ऐसे में निचले भाव पर अब जीरे की घरेलू और निर्यात दोनों मांग निकल रही है। इसलिए बीते कुछ दिनों से जीरे की कीमतों में तेजी देखने को मिली है।

व्यापारियों का कहना है कि जीरे की भारी आवक होने का समय बीत चुका है। निचले भाव पर स्टॉकिस्ट व किसानों ने जीरे की आवक कम कर दी है। इससे भी जीरे की कीमतों में तेजी को बल मिला है।

सरकारी एजेंसी एगमार्कनेट के अनुसार मंडियों में मार्च में करीब 70 हजार टन जीरे की आवक हुई, जो अप्रैल में घटकर करीब 47,700 टन रह गई। इस महीने अब तक करीब 13,000 टन ही आवक हुई। इस हिसाब से इस माह जीरे की आवक अप्रैल से कम रहने की संभावना है।

 

जानकारों के अनुसार अब जीरे के भाव में मंदी आने की संभावना कम है। पांडेय ने कहा कि अब भारतीय जीरा वैश्चिक बाजार में प्रतिस्पर्धी हो गया है। जिससे आगे निर्यात मांग निकल सकती है। बीते महीनों में भाव काफी गिर चुके हैं। इसलिए अब और ज्यादा गिरावट के आसार नहीं है। उन्होंने कहा कि निचले भाव पर घरेलू और निर्यात मांग मजबूत होने के साथ कमजोर आपूर्ति से आगे जीरे के भाव बढ़ सकते हैं। अगले महीने तक भाव 30,000 हजार रुपये तक जा सकते हैं ।

 

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नोट आज आपने जाना जीरा तेजी मंदी रिपोर्ट, व्यापार अपने विवेक से करें। किसी भी फसल में तेजी आने वाले समय में मांग पर निर्भर करता है।

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