बाजरा की सरकारी खरीद हरियाणा राजस्थान और उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा की जा रही है। जिसके चलते बीते 10 दिनों में ही बाजरा की कीमतों में 100 से ₹110 प्रति क्विंटल तक उछाल देखने को मिला है। अगर आगामी दिनों में भी सरकार की खरीद जारी रही तो बाजरा की कीमतों में ₹100 प्रति क्विंटल और तेजी बन सकती है। आइए जानते हैं बाजरा तेजी मंदी रिपोर्ट
बाजरा की कीमतों में तेजी, खपत बढ़ने से आया उछाल
पिछले महीने से ही बाजरा की नई फसल मंडियों में आवक आरंभ हो चुकी है। अबकी बार राजस्थान हरियाणा और उत्तर प्रदेश सभी बाजरा उत्पादक राज्यों में फसल बढ़िया रही लेकिन प्रांतीय फैसले एक महीने आगे पीछे आती रहती है।
इसलिए बता दे कि इस महीने के आरंभ से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश का बाजरा मंडी में आ रहा है वहीं पंजाब हरियाणा राज्यों से पहले से ही बाजरा चल रहा है। बाजरा उत्पादक मंडियों में बाजरा की कीमत 2080 से ₹2100 प्रति कुंतल नमी के हिसाब से बाजरा बिक रहा है।
वहीं पूर्वी यूपी और मध्य यूपी में भी बाजरा की आवक होने लगी है। वही बता दे की राजस्थान हरियाणा और उत्तर प्रदेश में सरकारी खरीद मूल्य बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹2500 प्रति कुंतल है जो बाजरा 2200 रुपए प्रति कुंतल हरियाणा और पंजाब में बिक रहा था उसकी कीमत बढ़ाकर 2300 से 2310 रुपए प्रति कुंतल हो गई है।
बाजरा (MSP) का न्यूनतम समर्थन मूल्य गत वर्ष 2350 रुपए था वहीं वर्ष 2014-15 में बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1250 रुपए प्रति कुंतल था। यानी मौजूदा सरकार की समय में बाजरा की न्यूनतम समर्थन मूल्य में 100% की वृद्धि हुई है।
बाजरा तेजी मंदी रिपोर्ट: बाजरा की सरकारी खरीद सरकार के द्वारा की जा रही है अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार कितने दिन तक खरीद जारी रखती है अगर सरकार के द्वारा कुछ दिन तक और बाजरा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद जारी रहती है तो बाजरा की कीमतों में ₹100 प्रति कुंतल और तेजी आने की संभावना है।
वहीं गेहूं की कीमत 2850 रुपए प्रति क्विंटल के करीब चल रहा है जबकि गेहूं बाजरा ₹2200 प्रति कुंतल के आसपास है इसलिए इन कीमतों में काफी अंतर है और बाजरे की खपत में भी 30 से 32% तक की बढ़ोतरी हुई है इसलिए बाजरा में खपत बढ़ने के साथ-साथ अभी और बढ़ जाएगा। बाजरा कि फसल चारों ओर अच्छी है लेकिन हस्त नक्षत्र में यूपी प्रदेश में हुई बारिश के चलते बाजरा फसल में फूल में नुकसान देखने को मिला। जिसके चलते प्रति हेक्टेयर कुछ उत्पादन में कमी की खबर किसान बता रहे हैं।
बता दे की हरियाणा राजस्थान उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र बिहार और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में बाजार की खड़ी फसल दिखाई दे रही है जिसको देखकर हुए कहे जा सकता है कि बाजरे का उत्पादन इस बार 155 से 160 लाख मिलिट्री टन तक पहुंच सकता है। लेकिन खाद्यान्न के अलावा पशु आहार से भी सस्ता बिकने से वर्तमान भाव में रिस्क नहीं लग रहा।
इन सब परिस्थितियों में वर्तमान भाव में व्यापार करना उचित है गेहूं की कीमत ऊपर होने के चलते बाजरा की खपत खाद्यान्न में बढ़ी है। इसलिए देर सवेर बाजरा अभी और तेज होने की संभावना है। व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट : आज आपने जाना (बाजरा भाव भविष्य 2024) बाजरा तेजी मंदी रिपोर्ट । बाजरा में तेजी कब आएगी । व्यापार अपने विवेक से करे। किसी भी फसल में तेजी या मंदी आने वाली फसल की मांग और परिस्थितियों पर निर्भर करती है। किसी भी लाभ हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है