नमस्कार किसान साथियों आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम जाने की कोशिश करेंगे तुवर, बाजरा, मक्की मसूर, चना, मटर का भाव भविष्य 2023 ( by super mandi bhav) कैसा रह सकता है। हर रोज सभी फसलों और मंडी के भाव और तेजी मंदी रिपोर्ट जानने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर जुड़े रहें।
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तुवर सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार अकोला तुुवर नयी मारूति 8600 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 8650 रुपये पर बंद हुआ बीते सप्ताह के दौरान तुवर ,तुवर दाल मे मांग बनी रहने से +50 रूपए कुन्टल मजबूत दर्ज हुआ,कमजोर सप्लाई और बेहतर मांग के कारण तुवर बाजार में एकतरफा तेजी का माहौल बना हुआ है हमने सीजन के पहले ही अकोला बिल्टी तुवर का लक्ष्य 8500-9000 का दिया था, जिसके सामने 8700 तक भाव पहँच गया है। अब जो कारोबारी जोखिम नहीं लेना चाहते वह मुनाफावसूली करना शुरू कर सकते है। तुवर का फंडामेंटल सुपर मजबूत है लेकिन डर सरकार की दखलंदाजी का मोजांबिक/मलावी में एक माह के भीतर आये दो तूफ़ान से तुवर की बोआई और फसल प्रभावित हुई है बर्मा और सूडान तुवर महँगा और आयात धीमा है। अभी नया घरेलु तुलर आने में 9 माह का समय हैं। हमारा मानना है की हर साल की तरह तुवर की तेजी को रोकना सरकार के लिए भी इस बार मुश्किल होगा क्योंकि तुवर की फसल में उम्मीद से बड़ा पोल है। सरकार द्वारा यदि बाजार से छेड़छाड़ की जाती है तो टेम्पररी बाजार 400-500 घट भी जाये लेकिन जून के बाद तेजी को रोकना मश्किल होगा पिछले 2-3 सप्ताह में बारिश/ओलावृष्टि से आम की फसल को नुकसान अकोला बिल्टी जब तक 8500 के ऊपर है तेजी, अगला रेजिस्टेंस 9000-9200 जाने की उम्मीद।
चना सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार दिल्ली राजस्थान लाइन ओल्ड 5325/50 रुपये पर खुला था और शनिवार शाम ओल्ड 5275 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना चनादाल बेसन में मांग कमजोर रहने से चना भाव में -75 रूपये कुन्टल की गिरावट दर्ज हुआ, चना उत्पादन संभावना में पोल की देखते हुए को स्टॉकिस्ट धीरे धीरे सक्रीय हो रहे दरअसल 3 वर्षों से चना में व्यापारी मार खा रहा इसलिए जल्दबाजी में नहीं। राजस्थान मध्यप्रदेश गुजरात और उत्तरप्रदेश में चना बोआई 30-35% कमजोर। राजस्थान-मध्य प्रदेश में बारिश से चना को कही कही नुकसान भी हुआ। पिछले सप्ताह भी मध्य प्रदेश राजस्थान के कई इलाकों में अच्छी बारिश। चना उत्पादन इस सीजन 70 लाख टन से अधिक नहीं नाफेड और प्राइवेट स्टॉक 22-25 लाख टन के आसपास। चना उत्पादन कमजोर रहने से भविष्य मजबूत चना दिल्ली अगले सप्ताह अच्छी मजबूती दर्ज कर सकता दिल्ली चना लॉन्ग टर्म में 5500-5700 का लक्ष्य इस सीजन के लिए कम से कम रहेगा।
काबुली चना सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार इंदौर काबुली (40/42) 11600 रुपये पर खुला था और शनिवार शाम (40/42) 11800 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना काबुली मे मांग निकलने से +200 रूपये कुन्टल की मजबूत दर्ज हुआ, त्यौहार और मार्च-एन्ड के कारण मंडियों में आवक कुछ सुस्त। निर्यातकों और स्टॉकिस्ट की काबुली में अच्छी ग्राहकी बनी हुई है। जानकारी की अनुसार काबुली की अच्छी क्वालिटी (एक्सपोर्ट) की आवक कम। इसबीच काबुली की आवक और क्वालिटी को देखते हुए यील्ड के कमजोरी के संकेत मिल रहे। काबुली की बोआई इस वर्ष अच्छी हुई थी लेकिन किसान द्वारा यील्ड की शिकायत मिल रही। जानकारी के अनुसार किसानों का कहना है की यील्ड पिछले वर्ष से भी कमजोर है। पहले जो काबुली उत्पादन 4-4.5 लाख टन दिख रहा था। अब कुछ जानकार 3-3.5 लाख टन के आसपास ही बता रहे। यदि कमजोर यील्ड के कारण उत्पादन में गिरावट आती है। तो काबुली के दाम को अच्छा सपोर्ट मिल सकता है। कमजोर वैश्विक सप्लाई, निर्यात में बढ़ोत्तरी की उम्मीद को देखते हुए। काबुली में गिरावट पर खरीदी किया जा सकता है। लॉन्ग टर्म के लिए 13000-13500 रुपये प्रकि कुन्टल तक जाने की उम्मीद।
मसूर सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार कटनी मसूर 6175/6200 रुपये पर खुला था ओर शनिवार 6100 रुपये पर बंद हुआ बीते सप्ताह के दोरान मसूर व मसूर दाल मे मांग कमजोर रहने से -100 रूपये कुंटल की गिरावट दर्ज हुआ, मसूर के दाम में पिछले सप्ताह मिला जुला रुख रहा। दिल्ली की तरफ मसूर में मांग अच्छी थी, जबकि अन्य खपत केंद्रों से मांग औसत मध्य प्रदेश की मंडियों में मसूर की आवक अच्छी है। तुवर दाल के दाम में जारी वृद्धि के कारण सस्ते विकल्प के तौर पर मसूर की खपत बढ़ने की उम्मीद। इसबीच मध्य प्रदेश में एमएसपी 6000 पर मसूर की खरीदी शुरू हो गई जिससे भाव को सपोर्ट मिलने की उम्मीद। अंतराष्ट्रीय बाजार कनाडा ऑस्ट्रेलिया में भी मसूर मजबूती बिकवाली कमजोर है। कृषि बाजार भाव सर्विस में हमारा मानना है की कटनी मसूर 5800-6250 की रेंज में रहने की संभावना। यदि 6250 के ऊपर (साप्ताहिक बंद) कटनी मसूर बंद होता है तो अगला लक्ष्य 6500-6600 तक बन सकता है। वर्तमान भाव में मसूर में अधिक घटबढ़ नहीं लगती इसलिए जरुरत अनुसार खरीदी की जा सकती है।
मटर सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछले सप्ताह सुरुवात सोमवार कानपुर यूपी 4325/4475 रुपये पर खुला था ओर शनिवार शाम 4450/4650 रुपये पर बंद हुआ बीते सप्ताह के दौरान मटर मे मांग उठा-पटक के साथ मांग बनी रहने से +175 रूपये प्रति कुन्टल मजबूत दर्ज हुआ,मटर दाल मटर की तेजी के सपोर्ट व मांग बढ़ने से चालू सप्ताह के दौरान मटर दाल की कीमतों में 100/150 रुपए प्रति क्विंटल का सुधार दर्ज किया गया। मटर बुवाई कमजोर रहने से इस मटर का उत्पादन कमजोर रह सकता है। सीजन में मटर की फली के भाव ऊंचे मिलने से किसानो ने अधिक माल फली के रूप में ही निकाल दिया और पकने के लिए कम माल छोड़ा। उत्पादक मंडियों में कमजोर को देख स्टॉकिटो की सक्रियता बढ़ने लगी है। जिससे मटर की बढ़ती कीमतों को समर्थन मिल रहा है। मौसम ख़राब होने से हरी मटर में इस साप्ताह लिवाली अच्छी रही जिसके सपोर्ट से सफ़ेद मटर की कीमतें बढ़ी। घटे भावो पर बिकवाली कमजोर पड़ने व लिवाली बेहतर बनी रहने से मटर की कीमतों में तेजी का सपोर्ट रहा। दाल मिलर्स व स्टाकिस्टों की पूछ परख बढ़ने से मटर में इस सप्ताह बढ़ोतरी दर्ज की गयी। उत्पादक मंडियों में आवक कमजोर पड़ने व चना की तेजी के सपोर्ट से मटर की कीमतों में और बढ़त देखी जा सकती है।
हरी मटर में मांग जोरदार होने से इस ललितपुर हरी मटर में 700 रुपए प्रति क्विंटल का जोरदार उछाल देखा गया और इस उछाल के साथ भाव सप्ताहांत में 4500/5500 रुपए प्रति क्विंटल हो है। व्यापार अपने विवेक से करें।
बाजरा: भविष्य में बढ़त संभव बाजरे का स्टॉक उत्पादक मंडियों में पूरी तरह समाप्त हो गई है। इस समय यूपी एव राजस्थान में स्टॉक के माल बिक रहे हैं। नई फसल निकट भविष्य में कोई आने वाली नही है। दूसरी ओर खपत वाले उद्योग खाली हैं। उधर स्टॉक में भी ज्यादा माल नही है, जिससे बाजार धीरे धीरे 10/15 रुपए और बढ़कर 2325/2350 रुपए मौली बरवाला पहुंच में हो गए हैं तथा यहा भी 2300/2350रुपए भाव बोलने लगे हैं। आगे ग्राहकी निकलते ही 100 रुपए का और उछाल आ जाएगा।
मक्की और तेजी की संभावना मक्की की आपूर्ति इस समय मध्य प्रदेश,महाराष्ट्र, छतीसगढ की मंडियों में 2180/2200 रुपए प्रति क्विंटल का व्यापार हो रहा है। हरियाणा पंजाब पहुंच में मक्की 2500/2525 बोलने लगे हैं। इस समय एमपी का माल अब आना बंद हो गया है। इसके बाद खरीफ सीजन की मक्की चारो तरफ समाप्त हो गई है, अब गोदामो के माल बिक रहे हैं। अंतराष्ट्रीय बाजारों मे ऊंचे भाव चलने से मंदा जड़ में नही है। कृषि बाजार भाव सर्विस बांग्लादेश, नेपाल के लिए मक्की जा रही है। यूक्रेन में लड़ाई से अंतराष्ट्रीय, बाजारों में मक्की के ऊंचे भाव चल रहे हैं। इसलिए बिहार की मुख्य फसल आने पर ही मंदी आएगी।
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नोट:-व्यापार अपने विवेक से करें । आज हमने इस आर्टिकल में जाने की कोशिश की तुवर मसूर चना मटर का भाव भविष्य 2023। हमारा काम किसानों तक सही जानकारी पहुंचाना है। किसी भी फसल में तेजी आ मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। किसी भी लाभ या हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।