चना की खेती के लिए किसानों को समय पर बजाई करना बहुत ही आवश्यक है और उसके लिए सही बीज का चुनाव भी बाद आवश्यक होता है चना की बुवाई आरंभ हो चुकी है आज हम आपको बताएंगे चना की बेस्ट 7 किस्म को बारे में जानकारी जिससे पैदावार अच्छी मिलेगी।
चना की बेस्ट 7 किस्म
1. चना की विजय किस्म: किसानों की जानकारी के लिए बता दें कि इस कि अगेती की बुवाई का समय जल्दी और लेट दोनों ही समय में किया जा सकता है। किसान इस किस्म की बुवाई के समय की बात करें तो अक्टूबर और नवंबर महीने कि दूसरे सप्ताह तक करना अच्छा रहेगा। पानी वाली जमीन में इस किस्म को पकने में 105 दिन का समय रहता है। वहीं बिना पानी की जमीन में इस फसल को 90 दिन में ही पककर तैयार हो जाती है। अन्य किसानों के मुकाबले यह जल्दी पकने के साथ-साथ 35 दिन की अवधि में ही फूल शुरू हो जाता है और इसके समय सूखे की सहनशक्ति अच्छी मानी गई है।
2. चना की नई किस्म जे.जी-12: चना की इस नई किस्म में अधिक पैदावार देने के उद्देश्य से वैज्ञानिकों ने सीड हब परियोजना के अंतर्गत जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा इस किस्म का विकसित किया गया है। वैज्ञानिकों के द्वारा इस किस्म में उकठा निरोधक प्रजाति विकसित किया गया है। इस किस्म की पैदावार की हम बात करें तो प्रति हेक्टेयर 22 से 25 का क्विंटल तक उत्पादन देने में सक्षम है।
3. चना की एच.सी-5 किस्म: चना कि इस किस्म में फूल आने की शुरुआत 50 से 55 दिन में ही हो जाता है और इस किस्म को पकने में लगभग 120 दिन का समय रहता है वही तापमान की बात की जाए तो किस्म को बुवाई करने के लिए 27 डिग्री सेल्सियस तक तापमान अच्छा माना गया है।
4. चना की विशाल किस्म: चना की विशाल के पकने की समय की बात की जाए तो यहां इस किस्म में करीब 110 से 15 दिन का समय लगता है वहीं इसकी बिजाई किसान 20 अक्टूबर से नवंबर के प्रथम 15 दिन तक किया जा सकता है। वही इस चना की इस किस्म में उत्पादन प्रति हेक्टेयर 35 क्विंटल तक देने की क्षमता है।
5. चना की (दिग्विजय) फुले 9425-5 किस्म: चना की इस किम में उत्पादन प्रति हेक्टेयर 40 क्विंटल तक अधिकतम मिल सकता है वही इस किस्म को अच्छी उपज देने वाली माना गया है। बता दें कि इस किस्म को फूले कृषि विश्वविद्यालय राहुरी के द्वारा विकसित की गई है। इस किस्म में पकने का समय 90 से 105 दिन रहता है।
6. चना की किस्म वरदान: चना की यह किस्म सिंचाई वाले और बीना सिंचाई की जमीन में खेती किया जा सकता है। इस किस्म के उत्पादन की अगर हम बात करें तो प्रति हेक्टेयर 20 से 25 क्विंटल तक पैदावार मिलती है। वहीं इस किस्म में पकने का समय करीब 150 दिन का रहता है।
7. चना किस्म जाकी 9218: चना की यह किस्म मध्यम समय में उपज के लिए अच्छा होता है। इस किस्म को सिंचाई और बीना सिंचाई करने योग्य भूमि में बोया जाता है। वहीं इसे पकने में करीब 110 से 115 दिन रहता है। और उत्पादन की बात किया जाए तो यह 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मिलता है।
चना की खेती करने में किसानों को मुख्य इन बातों को रखें ध्यान
चना की खेती के लिए किसान चना की बुवाई अक्टूबर के पहले सप्ताह से नवंबर के दूसरे सप्ताह तक किया जा सकता है। वहीं हल्की दोमट मिट्टी चना की खेती के लिए उपयुक्त और अधिक उत्पादन मिलता है। चना की बुवाई 5 से 7 सेंटीमीटर गहराई में करनी चाहिए। चना की खेती में सिंचाई का सही समय पर करना चाहिए ज्यादा भारी सिंचाई से फसल को नुकसान हो सकता है। किसानों को बीज की सुरक्षा के लिए उचित उपचार करना भी जरूरी है।
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नोट : – दोस्तों आज आपने जाना चना की बेस्ट 7 किस्म के बारे में किसी भी किस्म का बुवाई करने से पहले अपने नजदीकी कृषि विभाग के द्वारा जानकारी ज्यादा प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि आपके क्षेत्र में पानी की और भूमि की जांच अवश्य कारण ताकि आपको अच्छा उत्पादन मिल सके।