राज्य सरकार ने उन किसानों को राहत देने का ऐलान किया है, जिनकी फसलों को इस साल बारिश और बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। किसानों को ₹500 करोड़ से अधिक मुआवजा दिया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक हालत में सुधार हो सकेगा। यह राहत योजना राज्य के 34 जिलों के किसानों के लिए लागू की गई है और सरकार ने इसे दो चरणों में बांटने का फैसला किया है। इससे किसानों की दिवाली को और भी खुशहाल बनाने की कोशिश की जा रही है।
किन किसानों को मिलेगा मुआवजा?
इस योजना के तहत, वे किसान जिन्हें भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसल नुकसान का सामना करना पड़ा है, मुआवजा पाने के पात्र हैं। बिहार और यूपी में यह योजना सक्रिय रूप से लागू की गई है। कृषि विभाग ने दोनों राज्यों के बाढ़ प्रभावित जिलों की पहचान की है, जहां किसानों की फसल को 33% से अधिक नुकसान हुआ है।
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी पात्र किसान को मुआवजे से वंचित न किया जाए। इसी तरह, यूपी सरकार ने भी तीन लाख से अधिक किसानों के लिए ₹163.151 करोड़ की मुआवजा राशि जारी कर दी है।
बिहार के लिए प्रमुख जानकारी:
- 92 प्रखंड और 673 पंचायत प्रभावित
- 2,24,597 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फसल नुकसान
- 534 एकड़ केले की फसल को भारी नुकसान
यूपी के लिए प्रमुख जानकारी:
- 3,12,866 किसान मुआवजे के पात्र
- 110,989 हेक्टेयर फसल बर्बाद
- ₹163.151 करोड़ की मुआवजा राशि जारी
मुआवजा वितरण की प्रक्रिया
राज्य सरकार ने मुआवजे को दो चरणों में विभाजित किया है, जिसमें पहले चरण के लिए ₹229 करोड़ और दूसरे चरण के लिए ₹261 करोड़ का मुआवजा निर्धारित किया गया है। यह राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जा रही है। इससे सुनिश्चित किया गया है कि किसान समय पर राहत प्राप्त कर सकें और प्रक्रिया में कोई देरी न हो।
चरण | प्रभावित जिले | मुआवजा राशि (करोड़) |
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प्रथम | 16 जिले | 229 |
द्वितीय | 18 जिले | 261 |
यूपी में कौन से जिलों को मिला सबसे ज्यादा मुआवजा?
यूपी के लखीमपुर खीरी में सबसे ज्यादा किसानों को मुआवजा दिया गया है। यहां 1.10 लाख से अधिक किसानों की फसल बर्बाद हुई थी, जिनके लिए ₹70.88 करोड़ की राशि जारी की गई है। इसी तरह, ललितपुर और सिद्धार्थनगर में भी हजारों किसानों को लाखों रुपए का मुआवजा दिया गया है। इस प्रकार, अब तक यूपी के लगभग 98% किसानों को मुआवजा मिल चुका है।
जिला | प्रभावित किसान | मुआवजा राशि (करोड़) |
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लखीमपुर खीरी | 1,10,990 | 70.88 |
ललितपुर | 81,839 | 21.9 |
सिद्धार्थनगर | 30,144 | 15.41 |
बिहार में बाढ़ से कितना नुकसान?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार के 19 जिलों के 92 प्रखंड बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कुल 673 पंचायतों में लगभग 2,24,597 हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी फसलें नष्ट हो गईं। सबसे ज्यादा नुकसान केले की फसल को हुआ है। इसके अलावा, हाजीपुर, राधोपुर, और तेरसिया क्षेत्रों में भी भारी नुकसान देखा गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसानों को राहत देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दिवाली से पहले मुआवजे की पूरी राशि किसानों के खातों में जमा कर दी जाए।
किसानों के लिए सरकार की अन्य योजनाएं
मुआवजे के अलावा, राज्य सरकारें किसानों के लिए फसल बीमा योजना, आपदा राहत कोष, और कर्ज माफी जैसी योजनाएं भी चला रही हैं, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर किया जा सके। इसके साथ ही, किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के तहत भी सहायता प्रदान की जा रही है, ताकि उन्हें भविष्य में फसल नुकसान की स्थिति में राहत मिल सके।
निष्कर्ष:-किसानों के लिए यह दिवाली राहत भरी साबित होगी। सरकार की यह योजना न सिर्फ उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उनकी फसल के नुकसान की भरपाई भी कर रही है। अगर आप भी इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अपने क्षेत्र के कृषि विभाग से संपर्क करें और मुआवजे की पूरी जानकारी प्राप्त करें।