इस वर्ष नरमा कपास का सीजन जैसे जैसे आगे बढ़ रहा नरमा कपास के रेट फरवरी के दूसरे पखवाड़े में नरमा-कपास बाजार में लगातार गिरावट आई है।
उत्तर भारत की मंडियों में नरमा कपास में लगभग 700 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक बाजार गिरावट आई है । इन दिनों गुजरात,महाराष्ट्र और दक्षिण भारत की मंडियों में आवक में सुधार तेज होने लगी है।
देश की प्रमुख एग्रो कमोडिटी एजेंसी स्मार्ट इनफो के अनुसार सोमवार को देश की कुल आवक 1.62 लाख गांठों के आसपास रही। नरमा कपास से जुड़े सभी तरह के उद्योग रेंगने की स्थिति में है।
रूई की मांग कमजोर
लेकिन अब आवक बढ़ने से कुछ मिलों के काम में सुधार दिखाई दिया है, लेकिन वैश्विक बाजार में रूई की मांग कमजोर है और कीमतें भी काफी नीचे है। जिसके चलते संबंधित मिलरों द्वारा जरूरत के हिसाब से ही खरीद की जा रही है। इसका सीधा असर हाजिर मंडियों पर दिखाई दे रहा है।
जानकारों का मानना है कि अब किसान अपनी आगामी फसलों की तैयारी और अन्य घरेलु जरूरतें पूरा करने के लिए कपास बेचने लगा है। इसीलिए दबाव बढ़ रहा है। सोमवार को उत्तर भारत की मंडियों में नरमा के भाव 7800 रुपए से लेकर 8300 रुपए तक बोले गए। गुजरात में 1650 से 1690 रुपए प्रति 20 किलो के स्तर पर कारोबार हो रहा है। महाराष्ट्र की मंडियों में 7500 से 8100 रुपए और मध्य प्रदेश में 7800 से 8 हजार के स्तर पर कच्चे कपास के भाव बोले गए हैं। फेसबुक पेज पर जुड़ना चाहते हैं तो 👉 यहां पर क्लिक करें
नरमा कपास का भाव कब बढ़ेगा
जब तक वैश्विक बाजार में रूई की मांग नहीं निकलती, तब तक घरेलु मंडियों में भाव में सुधार होने की गुंजाइश कम है। अब वैसे भी आवकों का दबाव है। मार्च मध्य के बाद आवकें कम होनी शुरू होगी तथा उसके बाद ही बाजार में सुधार की कुछ संभावना बन सकती है। व्यापार अपने विवेक से करें।
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