इस समय सर्दी अपने असली रूप में आ चुकी है इसलिए किसानों को अपनी फसल को सर्दी के बचाव (Frost in Mustard ) हेतु सभी उपाय करने आवश्यक हैं। क्योंकि अगर समय पर है देखभाल नहीं की जाती तो नुकसान होने का खतरा ज्यादा बन जाता है। इसलिए इस कड़क ठंड के मौसम में सरसों की फसल पाला पड़ने से बचाव करना आवश्यक है।
सरसों की फसल में अब फूलों के बाद लगभग क्षेत्र में फलिया बने आरंभ हो चुकी है। ऐसे में इस सर्दी के मौसम में पाला पड़ने (Frost in Mustard) की संभावना ही ज्यादा बढ़ जाती है। सरसों के फलियां में दाने बना अभी आरंभ हो गया है और ऐसे में ज्यादा ठंड होने की वजह से पौधे एंजाइम वह जम जाते हैं और सरसों की फलियों पूरी तरह से पक नहीं पाती हैं। सूर्य के प्रकाश से मिलने वाली किरण से पौधा भोजन बनाता है। और वह नहीं मिलने के चलते सरसों बनने में काफी समय लगता है।
पाला पड़ने से सरसों की फसल में क्या नुकसान होते हैं (Frost in Mustard)
सर्दी के मौसम में जब सुखी सर्दी पड़ती है। तो पाला पड़ने की नौबत आ जाती है। और ऐसे में फसल में बर्फ जम जाती है। और पौधे में पड़े एंजाइम भी जम जाते हैं। जिससे पौधे की फलियां की बढ़वार रुक जाता है। वहीं अगर दूसरी और अगर आपकी फसल में सूर्य की धूप ना मिले तो भोजन बनाने की प्रक्रिया बंद हो जाती है। जिससे पौधा हरा भरा नहीं रह पाता वही Frost in Mustard पाला पड़ने की स्थिति में आपकी फसल में माहू कीट का भी ज्यादा प्रकोप देखने को मिल सकता है।
सरसों की फसल को पाले से बचाव के उपाय
Frost in Mustard: सरसों की फसल में पाला पड़ने के बचाव के लिए किसान भाई कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए और एन कार्य को कर अपनी फसल के बचाव में कार्य कर सकते हैं जो नीचे दिए गए हैं
1. सबसे पहले तो आपके खेत में पर्याप्त नमी होना जरूरी है इसके लिए आप हल्की सिंचाई कर सकते हैं। और पानी लगाने से जमीन में गर्मी उत्पन्न होती है। जिससे पौधे पर पाल गिरने से बचाव होता है
2. सरसों की फसल में आप सल्फर का स्प्रे भी कर सकते हैं या सल्फर खाद का छिड़काव के रूप में कर सकते है। उसका भी छिड़काव कर सकते हैं। इससे आपकी फसल में गिरने का प्रभाव कम देखा गया है।
3. सरसों की फसल में हारु (टेबुकोनाज़ोल 10% + सल्फर 65% डब्लूजी) की 500 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ स्प्रे के द्वारा छिड़काव करें।
4. सरसों की फसल में प्रति एकड़ 1 किलोग्राम की मात्रा में छिड़काव करने से पाला पड़ने से नुकसान कुछ हद तक कम होगा।
5. सरसों की फसल में प्रति एकड़ 1 किलोग्राम NPK -0050 का स्प्रे द्वारा छिड़काव करें। पोटास के इस्तेमाल से फसल में पाला गिरने से बचाव होता है।
6. शाम के समय फसल में जिस और से हवा चल रही है। उस और से धुआं करना चाहिए।
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आज हमने आपको बताया सरसों की फसल में पाला पड़ने (Frost in Mustard) से बचाव करने के उपाय, इसके अलावा भी आप अपने नजदीकी कृषि विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।