Gehu ka bhavishya, गेहूं में आने वाले सीजन में कैसा रहेगा गेहूं का उत्पादन।गेहूं का बाजार
केन्द्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक लगातार घट रहा है क्योंकि इसकी खरीद में भारी गिरावट आई थी जबकि पिछले दो साल से इसकी निकासी की चाल अच्छी तेज बनी हुई थी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत गेहूं की विशाल क्वाटीटीं में वितरण किया जा रहा है जिसमें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत होने वाला मुफ्त वितरण भी शामिल हैं आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 1 नवम्बर 2022 को केन्द्र की पाईप लाईन में केवल 210 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद था जो पिछले साल 2021 की इसी तारीख को उपलब्ध था स्टॉक 420 लाख टन का आधार पर सरकार द्वारा 31 दिसम्बर 2022 तक की तिमाही के लिए नियत लक्ष्य 205 लाख टन से 5 लाख टन ज्यादा था सितम्बर के मुकाबले अक्टूबर में करीब 17 लाख टन स्टॉक घट गया 1 अक्टूबर को 227 लाख टन गेहूं का सरकारी स्टॉक बचा हुआ था स्टॉक कम होने की सूचना से गेहूं के घरेलू बाजार भाव पर सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है पहले सरकार ने कहा था कि गेहूं के भाव में जोरदार या प्रत्याशित बढ़ोत्तरी होने पर वह अपने स्टॉक से बाजार में गेहूं उतार सकती है रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन भी सरकार से खुले बाजार बिकवाली योजना के तहत तत्काल 25.30 लाख टन गेहूं जारी करने का आग्रह कर रहे है मगर सरकार केवल आश्वासन दे रही है यदि 30 लाख टन गेहूं को बाजार में उतारने की घोषणा हुई तो भावों में थोड़ी मंदी आ सकती है मगर सरकारी स्टॉक बहुत ज्यादा घट जाएगा सरकार ज्यादा जोखिम नहीं उठाना चाहती है बाजार को इस समय की धरातल की जानकारी है कि एक बार में सरकार 10 से 15 लाख टन से ज्यादा गेहूं का स्टॉक नहीं उतारना चाहेगी गेहूं की बिजाई अभी जोर शोर से चल रही है जबकि इसके नए माल की आमदनी अगले साल में आरंभ होगी तब तक मौसम की हालत कैसी रहती है इस पर पैदावार निर्भर करेगा नए गैंहू की आमदनी शुरू होने तक गेहूं का घरेलू बाजार भाव तेज और मजबूत रहने की उम्मीद है
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_ऑस्ट्रेलिया में नियमित रूप से हो रही वर्षा से खेतों में पानी खड़ा हो जाने तथा मौसम में नमी रहने से गेहूं की फसल को भारी नुक्सान होने के इशारे मिल रहे हैं और गैंहू बिजाई में बोऐ गये दाने की ज्यादा नमी से क्वालिटी बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है जानकारों के मुताबिक पूर्वी तट के राज्यों में गेहूं की लगभग आधी फसल की क्वालिटी काफी हल्की हो सकती है जिसे मानवीय खपत के बजाए पशु आहार में इस्तेमाल करना पड़ेगा सीजन के शुरूआती चरण के दौरान ऑस्ट्रेलिया में गेहूं के शानदार पैदावार के साथ-साथ इसकी क्वालिटी भी काफी अच्छी होने की संभावना व्यक्त की जा रही थी लेकिन लगातार होने वाली बारिश ने फसल को काफी हद तक क्षतिग्रस्त कर दिया है ध्यान देने की बात है कि ऑस्ट्रेलिया दुनिया में गेहूं के पांच शीर्ष निर्यातक देशों की सूची में शामिल है यदि वहां पैदावार में भारी गिरावट आती है तो वैश्विक बाजार में इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न की सप्लाई एवं उपलब्धता की स्थिति काफी जटिल हो सकती है अर्जेन्टीना में सूखे की वजह से गेहूं के पैदावार में जबदस्त गिरावट आने की संभावना है जबकि यूक्रेन से इसका निर्यात जारी रहने में संदेह है क्योंकि रूस इसका रास्ता रोक सकता है यूरोप में भी स्टॉक कम बचा है हालांकि ऑस्ट्रेलिया में गेहूं की पैदावार अब तक का तीसरा सबसे बड़ा होने का अनुमान लगाया जा रहा है मगर पूर्वी राज्यों में अनाज की क्वालिटी बहुत कमजोर रहने की संभावना है
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