Wheat Crops: रबी फसल का बिजाई का कार्य आरंभ हो चुका है और किसानों को गेहूं के अधिक पैदावार लेने के लिए उत्तम बीजों का चयन बेहद आवश्यक है। लेकिन इसके साथ ही किसानों को फसल का उचित समय पर खाद पानी और देखभाल भी करना चाहिए। ताकि उन्हें पैदावार अच्छे परिणाम मिले। इसके साथ किसानों को फसल में उगने वाले खरपतवार को भी नष्ट करना चाहिए। ताकि पैदावार में कोई प्रभाव ना पड़े। लेकिन बहुत से किसान फसल में खरपतवार को समय पर नियंत्रण नहीं कर पाते, इसलिए पैदावार में नुकसान उठाना पड़ता है इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको बताएंगे गेहूं में खरपतवार नियंत्रण कैसे करें। गेहूं की फसल के अलावा भी अन्य फसलों में भी खरपतवार के चलते उत्पादन घट जाता है।
खरीफ फसलों के मुकाबले में रबी सीजन की फसलों में खरपतवार कम उगता है लेकिन फिर भी फसलों में नुकसान करने के लिए पर्याप्त रहता है। बता दें कि अगर खेत में ज्यादा खरपतवार होता है तो पैदावार में काफी नुकसान किसानों को उठाना पड़ता है। इसलिए किसानों को समय रहते खरपतवार को गेहूं की फसल में नियंत्रण करना चाहिए। ताकि उत्पादन में कोई असर ना हो।
गेहूं में सबसे ज्यादा खरपतवार जैसे जंगली जई व गुल्ली डंडा का नियंत्रण
किसानों के द्वारा खरीफ फसल बोई जाने वालों खेत में कई बार देखने को मिलता है की खरपतवार का उचित समय पर नियंत्रण न होने के चलते खरपतवार ज्यादा रह जाता है या फिर खाली पड़ी भूमि में भी खरपतवार का उगत जाता रहता है अगर जमीन में गेहूं की फसल बोने के बाद ज्यादा खरपतवार नहीं उगता तो उसे नियंत्रित करना भी आसान हो जाता है लेकिन गेहूं की फसल में गुल्ली डंडा और जंगली जई खरपतवार को निकालना बेहद जरूरी है।
खरपतवार नियंत्रण की रासायनिक विधि
किसानों के द्वारा गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण अगर हाथ के द्वारा ना किया जा सके तो फिर किसानों को रसायन दावों के इस्तेमाल के साथ खरपतवार को नियंत्रित करना बहुत ही आवश्यक है। बता दें कि गेहूं की फसल में बुवाई होने के 35 दिन तक खरपतवार नियंत्रण करना बहुत ही आवश्यक हो जाता है।
गेहूं में खरपतवार की दवा कब डालें
गेहूं की फसल बोने के बाद खरपतवार हटाने के लिए दवा का इस्तेमाल 35 दिन के बाद किया जा सकता है। बता दें की दवा का इस्तेमाल करते समय जमीन में पर्याप्त नमी होने बहुत आवश्यक है।
चौड़ी पत्ती खरपतवार नाशक दवा
क्योंकि फसल में 25 दिन होने के बाद सिंचाई अवश्य करें और उसके बाद किसान चौड़ी पत्तियों वाले खरपतवार को नियंत्रित करने के लिए 2 4 डी का प्रयोग 0.75 किलो ग्राम सक्रिय तत्व का प्रयोग कर सकते हैं या इसके अलावा मेटसल्फ्यूरॉन मिथाइल 4 ग्राम /हे. सक्रिय तत्व का फसल में छिड़काव करना चाहिए।
सकरी पत्तियों में खरपतवार नाशक दवा
गेहूं की फसल में सकरी पत्तियों वाले खरपतवार कौन नियंत्रित करने के लिए फसल में क्लोडिनेफॉप प्रोपरजिल 60 ग्राम सक्रिय तत्व का छिड़काव करें या इसके अलावा सल्फोसल्फ्यूरॉन 25 ग्राम सक्रिय तत्व खरपतवार नाशक दवा का छिड़काव किया जा सकता है।
यदि गेहूं की फसल में चौड़ी और संकरी दोनों पत्तियों वाले खरपतवार होने पर फसल में रैडीमिक्स खरपतवार नाशक जैसे वेस्ता या इसके अलावा एटलान्टिस 400 ग्राम / हेक्टेयर की दर से 400 से 500 लीटर पानी प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
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नोट 👉 आज आपने इस आर्टिकल के द्वारा जाना गेहूं की फसल में खरपतवार नाशक दावों के बारे में बता दें कि अपने फसल में किसी भी दवाओं का छिड़काव करने से पहले अपने आसपास कृषि विभाग या डॉक्टर से एक बार उचित सलाह जरूर लें।