हरियाणा पंजाब राजस्थान के साथ-साथ गुजरात महाराष्ट्र मध्य प्रदेश के अलावा भी देश के कई जिलों में नरमा और कपास की खेती की जाती है। बीते दो-तीन साल से कॉटन की फसल में गुलाबी सुंडी का प्रकोप लगातार बढ़ता देखा जा रहा है। गुलाबी सुंडी के प्रकोप से फसल में काफी ज्यादा नुकसान किसानों को उठाना पड़ रहा है
हरियाणा प्रदेश में भी पिछले साल और इस वर्ष गुलाबी सैंडी का प्रभाव ज्यादा देखने को मिला है इसी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने भी किसानों को फसल में हुए नुकसान की भरपाई के लिए राहत देने के लिए मुआवजा राशि दिया। हरियाणा सरकार ने किसानों को अपनी फसल में हुए नुकसान की भरपाई के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया गया है।
क्षतिपूर्ति पोर्टल पोर्टल के द्वारा सरकार का उद्देश्य किसानों को अपनी फसल में हुए नुकसान का विवरण भरना होगा और सरकार के द्वारा सर्वे किया जाएगा जिसके दौरान पाए गए नुकसान के आकलन के आधार पर किसानों को एक राशि के तौर पर किसानों की खातों में डाली जाएगी। जिससे किसानों की फसल में हुए नुकसान की भरपाई की जा सके।
फसल में गुलाबी सुंडी से हुए नुकसान का सरकार देगी 15 हजार रुपए मुआवजा
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा कल यानी 6 अक्टूबर 2023 को चंडीगढ़ में पत्रकारों से प्रेस कांफ्रेंस के द्वारा उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश के जिन जिलों में गुलाबी सुंडी के जलते नरम या कपास की फसल में हुए नुकसान हुआ है उसे नुकसान की भरपाई करने के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल पोर्टल को खोल दिया गया है। जिसके द्वारा सरकार की ओर से ₹7000 प्रति एकड़ से लेकर ₹15000 का मुआवजा दिया जाएगा।
जिन किसानों को कपास की फसल में नुकसान हुआ है वह किसान अपनी फसल का विवरण क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करें ताकि किसान की फसल में हुए नुकसान का मुआवजा मिल सके।
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