Kisan Kaleva Yojana

Kisan Kaleva Yojana: “सिर्फ ₹5 में किसान खा सकते हैं भरपेट भोजन! जानिए राजस्थान सरकार की नयी योजना के बारे में!”

Kisan Kaleva Yojana: नमस्कार दोस्तों, यदि आप भी किसान हो तो आपके लिए खुशखबरी है। क्योंकि सरकार किसानों के लिए एक शानदार योजना की शुरुआत की है जिसका नाम है- किसान कलेवा योजना। किसान कलेवा योजना राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य मंडी में अपनी उपज बेचने आने वाले किसानों और उनके सहायकों को पौष्टिक भोजन प्रदान करना है। यह योजना राजस्थान की ‘सुपर’, ‘अ’ और ‘ब’ श्रेणी की कृषि उपज मंडी समितियों में लागू की गई है। इसका फायदा यह है कि किसानों को केवल ₹5 प्रति प्लेट की दर से भोजन उपलब्ध कराया जाता है, जबकि बाकी लागत मंडी समिति द्वारा वहन की जाती है।

इस योजना के जरिए राजस्थान सरकार किसानों की आर्थिक समस्याओं को हल करने के साथ ही उनके जीवन स्तर को भी सुधारने की कोशिश कर रही है। किसान कलेवा योजना न सिर्फ मंडियों में भोजन की परेशानी को दूर करती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती है कि किसानों को सही पोषण मिले। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया भी बेहद सरल है, जिससे अधिक से अधिक किसान इसका फायदा उठा सकें।

किसान कलेवा योजना क्या है?

Kisan Kaleva Yojana:-किसान कलेवा योजना राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक सरकारी योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य मंडी में अपनी उपज बेचने आने वाले किसानों और उनके सहायकों को सस्ते और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। यह योजना खासतौर से उन किसानों के लिए है जो अपने खेतों से दूर मंडी में कई घंटे बिताते हैं और भोजन की उचित सुविधा न होने के कारण परेशान होते हैं।

इस योजना के तहत किसानों को ₹5 में भोजन मिलता है, जिसमें 8 चपाती, दाल, सब्जी और मौसम के हिसाब से छाछ या गुड़ दिया जाता है। बाकी खर्चा मंडी समिति द्वारा वहन किया जाता है, जिससे किसानों की आर्थिक परेशानी भी कम होती है। यह योजना राज्य की ‘सुपर’, ‘अ’ और ‘ब’ श्रेणी की मंडियों में लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य सिर्फ सस्ता भोजन प्रदान करना ही नहीं है, बल्कि किसानों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना है, ताकि वे अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर सकें और पोषित रह सकें।

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को मंडी में रजिस्ट्रेशन कराना होता है और इसके बाद उन्हें भोजन कूपन मिलते हैं, जिनका उपयोग 24 घंटे के भीतर किया जा सकता है।

किसान कलेवा योजना के लाभ

किसान कलेवा योजना से राजस्थान के किसानों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि उन्हें सस्ते दरों पर पोषक तत्वों से भरपूर भोजन मिलता है। इससे न केवल उनकी जेब पर बोझ कम होता है, बल्कि वे स्वस्थ भोजन का सेवन करके अपनी कार्यक्षमता भी बढ़ा सकते हैं। इससे मंडी में अधिक समय बिताने वाले किसानों को लाभ होता है, खासकर उन किसानों को जो दूरदराज के क्षेत्रों से आते हैं और अक्सर लंबे समय तक मंडी में रहना पड़ता है।

किसान कलेवा योजना के तहत भोजन में क्या मिलता है?

किसानों को इस योजना के तहत निम्नलिखित भोजन सामग्री उपलब्ध कराई जाती है:

  • 8 चपाती (250 ग्राम आटा से बनी)
  • दाल की एक कटोरी (125 ग्राम)
  • सब्जी की एक कटोरी (125 ग्राम)
  • सर्दियों में (अक्टूबर से मार्च तक) 50 ग्राम गुड़
  • गर्मियों में (अप्रैल से सितंबर तक) 200 मिलीलीटर छाछ।

किसान कलेवा योजना के लिए पात्रता

इस योजना का लाभ वे किसान और उनके सहायक (हमाल/पल्लेदार/तुलारा) उठा सकते हैं, जो मंडी परिसर में अपनी उपज बेचने आते हैं। इसके अलावा, लाभार्थियों को मंडी परिसर का सदस्य और लाइसेंस धारक होना भी आवश्यक है।

किसान कलेवा योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

इस योजना का लाभ लेने के लिए, किसानों को राजस्थान सरकार की आधिकारिक कृषि विपणन वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ आवश्यक हैं:

  • जन आधार कार्ड
  • मोबाइल नंबर
  • एसएसओ आईडी
  • पहचान पत्र
  • मंडी रजिस्ट्रेशन नंबर।

किसान कलेवा योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

किसान कलेवा योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन प्रक्रिया बेहद आसान और ऑनलाइन है। यहाँ नीचे पूरी प्रक्रिया बताई गई है:

  • सबसे पहले, राजस्थान सरकार के एसएसओ पोर्टल (sso.rajasthan.gov.in) पर जाएं।
  • लॉगिन करने के लिए एसएसओ आईडी का उपयोग करें। अगर आपके पास एसएसओ आईडी नहीं है, तो आप जन आधार या गूगल के माध्यम से नई आईडी बना सकते हैं।
  • लॉगिन करने के बाद डैशबोर्ड में RAJ-KISAN विकल्प पर क्लिक करें।
  • इसके बाद कृषि विपणन में जाएं और ‘किसान कलेवा योजना’ का चयन करें।
  • योजना के तहत आवेदन करने के लिए आपको जन आधार कार्ड, पहचान पत्र, और मंडी रजिस्ट्रेशन नंबर की आवश्यकता होगी।
  • सभी आवश्यक विवरण जैसे कि बैंक डिटेल्स, पेंशनर डिटेल्स और आधार वेरीफिकेशन भरें।
  • एक बार आवेदन सफलतापूर्वक जमा हो जाने के बाद, आपको भोजन कूपन जारी किए जाएंगे। ये कूपन किसान को मंडी में प्रवेश करते समय दिए जाते हैं, और इन्हें 24 घंटे के भीतर उपयोग करना होता है।

निष्कर्ष:- किसान कलेवा योजना राजस्थान सरकार की एक पहल है, जो किसानों के कल्याण के लिए है। Kisan Kaleva Yojana से न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि उन्हें स्वास्थ्यवर्धक भोजन भी मिलेगा, जिससे उनका समग्र विकास हो सकेगा।