मुंग जैसा की हमारी पिछली कई रिपोर्टों में मुंग में तेजी की सम्भावना जताई जा चुकी थी। फिलहाल मुंग बाजार में मजबूती के साथ कारोबार हो रहा है। वास्तविकता यह है कि मूंग का स्टाक ज्यादा नहीं है। साथ ही नई मूंग फसल निकट में कोई आने वाली नहीं है। आगे अप्रैल-मई में गर्मी बढ़ने के साथ-साथ मुंग में भी मांग बनी रहेगी। सरकारी स्टॉक कम है लेकिन अगर बिक्री बढ़ाई जाती है तो बाजार कुछ कमजोर पड़ सकते हैं। लेकिन बड़ी गिरावट की सम्भावना नहीं। ग्रीष्मकालीन की नई मुंग की आवक शुरू होने से पहले तक मुंग बाजार मजबूत रहने की सम्भावना। लेकिन बढ़ते भावों में समय-समय पर मुनाफावसूली भी जरुरी।
मटर (हरी+सफ़ेद) में स्टॉकिस्टों/मिलर्स की मांग बढ़ने से सफ़ेद/हरा मटर आज मजबूत रहा। हाल में आई तेजी के बाद मुनाफावसूली देखी जा सकती है। मार्च एंडिंग के कारण अगले एक सप्ताह उत्तर प्रदेश की कुछ मंडियां बंद रहने से अगले सप्ताह कारोबार कम रहेगा। मटर में बिकवाल कमजोर क्योंकि उत्पादन कम है। सफ़ेद मटर का उत्पादन भी इस वर्ष कम बताया जा रहा है। मटर की आवक ललितपुर, झांसी, हमीरपुर, बांदा लाइन में हो रही है। गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में आवक कम है। वहीं लोकल स्टॉकिस्टों की मांग लगातार बनी बनी हुई है। तुवर के ऊंचे भाव होने से छोटी मटर दाल की, तवर दाल में मिक्सिंग हो रही है। देश में मटर के सकल उत्पादन में कमी के चलते सफ़ेद और हरी मटर में गिरावट पर निवेश किया जा सकता है।
उड़द बाजार में सुस्त कारोबार, आज हलकी कमजोरी रही। दक्षिण भारत में देशी उड़द की सप्लाई अच्छी है जबकि मार्च एंडिंग के कारण ग्राहकी सुस्त है। रमजान के कारण भी उड़द में ग्राहकी धीमी पड़ सकती है। चेन्नई पोर्ट पर फिलहाल उड़द का स्टॉक ज्यादा नहीं है तथा निकट में कोई बड़ी शिपमेंट आने की भी सम्भावना नहीं। चेन्नई पोर्ट पर चालू सप्ताह में उड़द के भाव 50-75 रूपये कमजोर हुए जो अगले सप्ताह भी सिमित दायरे में रह सकते है। अप्रैल में शुरू होने वाले सप्ताह में उड़द बाजार में सुधार देखा जा सकता है। कृषि बाजार भाव सर्विस उड़द की आयात गति धीमी होने और उड़द की कोई बड़ी फसल जल्दी में नहीं आने से आगे बड़ी गिरावट की सम्भावना नहीं।
मसूर में अब बड़ी घट-बढ़ की संभावना नहीं क्योंकि कम भाव में मसूर में बिकवाल नहीं जबकि मध्य प्रदेश में 25 मार्च से एमएसपी भाव 6000 पर मसूर की खरीदी शुरू होगी। मसूर की नई फसल मुंगावली, गंजबासौदा, सागर, भोपाल, बीनागंज के साथ-साथ इधर राजस्थान के प्रतापगढ़ लाइन में आ रही है। चालू सप्ताह में बढे भाव में मांग अटकने से मसूर के भाव 100-125 रूपये कमजोर हुए। कटनी में मसूर के भाव आज 6150 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे। आगे एमपी की मंडियों में आवक बढ़ने के साथ-साथ सरकारी खरीद भी होगी जिसका सपोर्ट भावों को मिल सकता है लेकिन सपोर्ट खरीद की मात्रा और गति पर निर्भर करेगा। हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जो नुकसान हुआ इसका सपोर्ट भी मिलेगा। कुल मिलाकर मसूर में अब बड़ी गिरावट की सम्भावना दिखाई नहीं दे रही।
तुवर का पुराना स्टॉक चेन्नई-दिल्ली सहित किसी मंडी में ज्यादा नहीं है। केवल नई तुवर (कर्नाटक महाराष्ट्र) की आकर बिक रही है। जिससे एक सप्ताह में दिल्ली तुअर लेमन के भाव 100-150 रूपये मजबूत हुए। घरेलू तुअर की आवक अप्रैल के बाद कमजोर पड़ने की सम्भावना जिससे मई-जून के दौरान भी तुअर तेज रह सकता है। अत: वर्तमान भाव के तुवर में स्टाक लाभदायक है। हाल ही में हुआ तमिलनाडु तुवर दाल टेंडर पास होने की संभावना। वर्तमान में तुवर में बिकवाल कमजोर है साथ ही खराब मौसम से आम की फसल को नुकसान जो तुवर बाजार के लिए सकारात्मक।
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नोट:-व्यापार अपने विवेक से करें । हमारा काम किसानों तक सही जानकारी पहुंचाना है। किसी भी फसल में तेजी आ मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। किसी भी लाभ या होनी होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।