पिछले सप्ताह जयपुर सरसों कंडीशन का भाव 5925 रुपए खुला । जोकि शनिवार की शाम को 6000 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों जयपुर कंडीशन ₹ 75 तेजी देखने को मिली। सभी सरसों उत्पादक राज्यों में सरसों की कुल कल आवक 4.50 लाख बोरी की हुई है।
जून महीने के निचले स्तरों से जयपुर सरसों की कीमतों में 950 रुपये से ज्यादा बढ़ा हैं। नाफेड की जुलाई महीने में 4 लाख टन खरीदारी से सरसो के भाव में तेजी आई है।
सरसो की आवक जुलाई महीने में 13 लाख टन सरसो की आवक के साथ अब तक कुल आवक 68.5 लाख टन पंहुंचा है। हॉलाँकि दैनिक आवक की गणना के अनुसार जुलाई महीने में कुल आवक 6.10 लाख टन होनी चाहिए।
पिछले वर्ष जुलाई में 5.5 लाख टन सरसो की आवक रिकॉर्ड की गयी थी। जुलाई महीने में 9 लाख टन सरसो की क्रशिंग की गयी है। मरुधर एजेंसी के मुताबिक अगस्त के शुरुआत में 66 लाख टन सरसो उपलब्ध है
वहीं बिकवाली कमजोर पड़ने और स्टॉकिस्ट दवारा स्टॉक होल्ड करने से माल की सप्लाई टाइट है। अन्य तेलों की तुलना में सरसो की मांग मजबूत है। इसलिए जहाँ अन्य तेलों में गिरावट आयी वहीं सरसो तेल में बढ़त दर्ज की गयी है।
खल की मांग निकलने से इसमें भी 30-40 रुपये की बढ़त देखने को मिली है। सरसो की तुलना में खल और सरसो तेल में बढ़त सिमित रहने से क्रशिंग मार्जिन में बीते सप्ताह गिरावट बढी।
सरसों की कीमतों में आगे तेजी मंदी रिपोर्ट
जयपुर सरसो अपने रेजिस्टेंस 5925 के ऊपर निकला गया है।ऐसे में 6750 पर बड़ा रेजिस्टेंस दिख रहा है। उसके पहले 6225 एक छोटा रेजिस्टेंस का काम करेगा। नाफेड की बिकवाली की खबरें चल रही है जो की एक मात्र जोखिम है सरसो में गिरावट आने के लिए।
हालाँकि सरसो की उत्पादन आंकड़ों में अगर पोल हआ तो नाफेड की 14 लाख टन की बिकवाली भी सरसों की तेजी को नहीं रोक पाएगी। उत्पादन आंकड़ों की स्पष्टता ना होने नाफेड की बिकवाली के डर को देखते हुए व्यापारी यहाँ से हर 200 की बढ़त पर 20-30% स्टॉक निकालते चलें । व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट : आज आपने जाना सप्ताहिक सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट । व्यापार अपने विवेक से करे। किसी भी फसल में तेजी या मंदी आने वाली फसल की मांग और परिस्थितियों पर निर्भर करती है। किसी भी लाभ हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है