सोयाबीन साप्ताहिक रिपोर्ट: पिछले हफ्ते महाराष्ट्र सोलापुर सोमवार को 5640 रुपये पर खुला था और शनिवार शाम को 5560 रुपये पर बंद हुआ था। पिछले सप्ताह के दौरान प्लांट की कमजोर मांग के चलते इस सप्ताह -80 क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई, ऊपरी स्तरों पर सोयाबीन की मांग कमजोर रही।
वहीं सोया तेल में नरमी आने से सोयाबीन के भाव टूट गए हैं। पिछले हफ्ते मप्र, महाराष्ट्र, राजस्थान के प्लांटों में सोयाबीन 50-100 रुपये तक घटा है। सोया तेल में लगातार गिरावट से प्लांट की खरीदारी घटी। विदेशी बाजारों पर नजर डालें तो पिछले सप्ताह सीबोट सोयाबीन में भी गिरावट दर्ज की गई थी।
ब्राजील में सोयाबीन की बढ़ती उपलब्धता के कारण सीबीओटी सोयाबीन दबाव में है। अर्जेंटीना में खराब मौसम से सोयाबीन के उत्पादन में कमी जारी है। घरेलू बाजार में सोया तेल की कीमतों में अचानक आई गिरावट से पेराई का मार्जिन घट रहा है। दिसंबर की तुलना में जनवरी माह में सोयामील का निर्यात घटा है। लेकिन पिछले साल जनवरी की तुलना में सोयामील के निर्यात में 108% की वृद्धि हुई।
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों की तुलना में घरेलू सोयामील की कीमतों में कमी के कारण निर्यात आगे भी मजबूत रहेगा। इस साल ज्यादा उत्पादन और पिछले साल के कैरी फॉरवर्ड स्टॉक ने सोयाबीन की तेजी पर रोक लगा दी। सोयाबीन में अच्छी तेजी तभी देखने को मिलेगी जब इसे सोया तेल की तेजी से सपोर्ट मिलेगा।
सोयाबीन के पर्याप्त स्टॉक और सोया तेल की कमजोर मांग और सरसों की आवक बढ़ने के कारण सोयाबीन की कीमतों में कोई खास तेजी नहीं आई है। जब अर्जेंटीना में कटाई शुरू होती है और मार्च के अंत में भारतीय सोया तेल टीआरक्यू कोटा समाप्त हो जाता है, तो सोयाबीन में कुछ तेजी देखने की उम्मीद है। अप्रैल-जून के बीच सोयाबीन में अधिकतम 300-400% की वृद्धि देखी जा सकती है। व्यापार अपने विवेक से करें। किसी भी फसल में तेजी या गिरावट आनी वाली स्थिति पर निर्भर करता है।
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