इस वर्ष रबी फसल में हमें बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को काफी ज्यादा नुकसान होने की खबरें आ रही है।
Weather Update today: उत्तर प्रदेश में तीन-चार दिनों से हो रही है मौसम बारिश से कई जिलों में गेहूं और सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। तिलहर इलाके में कल हल्की बारिश यहां पर गेहूं की फसल में 20 से 25% नुक़सान देखने को मिला। बहराइच इलाके में अभी कोई नुक्सान देखने को नहीं मिला है। कौशाम्बी, इटावा,औलिया इलाकों में बारिश से 20 से 25% नुक़सान देखने को मिला रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक 21 मार्च तक बारिश का दौर जारी रह सकता है। दिल्ली व नोएडा के साथ लगते गाजियाबाद में बारिश के साथ साथ ओले भी गिरे।
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के 33 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि कि संभावना जताई है शाहजहांपुर, बाराबंकी, कौशांबी, प्रयागराज, सोनभद्र, सीतापुर,मिर्जापुर, भदोही, बस्ती, सिद्धार्थनगर, गौंड़ा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, रामपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, पीलीभीत, मेरठ, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बिजनौर, मुरादाबाद , बरेली, , बुलंदशहर और बांदा शामिल। कानपुर, सहारनपुर, लखनऊ, आगरा, झांसी, मेरठ, कानपुर, रायबरेली, ललितपुर और झांसी में भी बारिश हुई।
राजस्थान के उदयपुर बूंदी जिले में हुई बरसात और ओलावृष्टि के साथ तेज हवाओं 10 से 15% नुकसान हुआ है ओले गिरने से सबसे अधिक चना, गेहूं और सरसों को भी नुकसान पहुंचा है
राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर बेल्ट में तेज बारिश के कारण तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। राजस्थान में पिछले 24 घंटे में 23 जिलों- नागौर,हनुमानगढ़, चूरू, धौलपुर, अजमेर, बूंदी, करौली, कोटा, बांसवाड़ा, दौसा, सवाई माधोपुर, गंगानगर, अलवर, बूंदी, डूंगरपुर, सीकर, जयपुर, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, भरतपुर, बारां, बीकानेर, जोधपुर और चित्तौड़गढ़ में पड़ी बारिश। टोंक क्षेत्र में बारिश से सरसों और गेहूं की फसलों को नुकसान हुआ है।
पंजाब के मांझा इलाके में बारिश ने गेहूं की फसल में पहुचाया नुकसान । तरन तारन व अमृतसर में बारिश के साथ तेज हवाएं चलने से फसलो में भारी नुक़सान । इसके अलावा गुरुदासपुर में बारिश से नुकसान का दायरा और अधिक बढ़ा तेज हवाएं और मूसलाधार बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से पांच फीसदी गेहूं की फसल को जमीन पर गिर गई । मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक और बारिश होने की संभावना जताई है
हरियाणा के करनाल जिले में हुई बारिश से गेहूं और सरसों की फसल में भारी नुक़सान देखने को मिला। क्योंकि इस समय फसल पककर तैयार थी लेकिन तेज़ हवा और बारिश के कारण सारी फ़सल जमीन पर बिछी गई है इस फ़सल में 25 से 30% नुक़सान देखने को मिला है मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई है
मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश और ओलावृष्टि से रबी फसलें नष्ट हुई है मध्यप्रदेश में पिछले तीन दिन से मौसम ख़राब चल रहा है। शनिवार शाम भोपाल, मंदसौर, आगर-मालवा और पन्ना में ओले गिरे। तेज हवा के साथ बारिश हुई। इसके अतिरिक्त रतलाम के जावरा में भी तेज बारिश हुई। राजगढ़ में तेज बारिश के कारण मंडी में रखा गेहूं पानी में बह गया। आधे से अधिक मध्यप्रदेश में 20 मार्च तक ‘बेमौसम’ बारिश का दौर जारी रहेगा। दो सिस्टम एक्टिव होने से ओले गिर रहे हैं। कई शहरों में हवा की गति 75Km प्रति घंटा तक पहुंच गई। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज हवाएं चलने की संभावना भी बताई।
दोपहर बाद भोपाल में बादल छा गए। शाम होते-होते लगभग 6:30 बजें से कई क्षेत्रों में गरज-चमक और तेज आंधी के साथ बारिश। इस दौरान करोंद, अयोध्या बायपास, भानपुर समेत कई इलाकों में बेर के आकार के ओले भी गिरे। भोपाल में शनिवार देर शाम तेज आंधी के साथ ओले गिरे। हरदा जिले की रहटगांव तहसील मुख्यालय समेत अन्य गांवों में करीब आधा घंटे तक बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। बारिश और ओले से किसानों को नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसल नीचे गिर गई है।
शनिवार को दोपहर के बाद खंडवा में बारिश ओलावृष्टि हुई। खेत में काम कर रही दो महिलाओं पर आकाशीय बिजली गिरने से की मौत हुई। इसके अलावा चार अन्य लोग भी झुलस गए। खेत में महिलाएं गेहूं फसल की कटाई कर रही थी। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। मंदसौर में शनिवार दोपहर बेर के आकार के ओले गिरे। आगर-मालवा में भी बारिश के साथ ओले गिरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। आसमान में बादल छाए रहे। शाम को कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। ग्राम पालड़ा, पिपलोन, सुल्तान पुरा समेत कई जगह ओलावृष्टि हुई। पालड़ा के किसान सुंदर यादव ने बताया कि किसानों की खेतों में खड़ी फसल और खलिहानों में रखी फसल को नुकसान हुआ है। आगर-मालवा में ओलावृष्टि से सफेद चादर जैसी बिछ गई। खेतों में भी फसल बिछ गई। 14 मार्च से ही प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। 16-17 मार्च से मौसम ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया है। उज्जैन, दमोह, अशोकनगर, नर्मदापुरम, खरगोन और सागर में तेज बारिश हुई। वहीं, प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहे। कुछ जगहों पर ओले भी गिरे।
पिछले 24 घंटे में रायसेन के बाड़ी में 2.51 इंच तक बारिश हुई। बैतूल के शाहपुरा में 1.88 और भैंसदेही में 1.11 इंच बारिश हुई। शिवपुरी के बैराड़ में 1.20 इंच वर्षा हुई। सिवनी के बरघाट में 2.28, छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में 1.22 इंच पानी गिरा। हरदा में तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल खेत में ही बिछ गई। शुक्रवार को सागर जिले में बेर के आकार के ओले गिरे। ग्वालियर-चंबल अंचल के शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर के ग्रामीण इलाकों में शुक्रवार शाम को भारी ओलावृष्टि हुई। कई जगह तो 15 से 20 मिनट तक ओले गिरे। रतलाम में मार्च के महीने में सिर्फ 11 दिन के अन्दर में ही ओले-बारिश की दोहरी मार पड़ी। शुक्रवार को भी तेज बारिश हुई । एक व्यक्ति की बिजली गिरने से की मौत हो गई।