Sarso Ki Kheti: किसानों के द्वारा सरसों की बुवाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और अब बहुत से क्षेत्र में अगेती सरसों में पहली सिंचाई करने का कार्य भी जोरों पर चल रहा है बता दें कि पिछले साल भी देखा गया था। कि सरसों के पहले पानी के बाद सरसों खराब हुई। अबकी बार भी किसानों से मिली जानकारी के अनुसार कई क्षेत्रों में सरसों बड़ी हो चुकी है लेकिन पहले पानी के बाद सरसों खराब हो रही है।
सरसों की फसल में जड़ गलन रोग होने के चलते ऐसा होता है। किसानों के द्वारा फसल में पहला पानी देने के बाद ऐसा देखने को मिला है बता दें कि किसी विशेषज्ञों के अनुसार सरसों की फसल में बैक्टीरिया और फंगस की मात्रा बढ़ाने के चलते ऐसा होता है जिससे पहले पानी ज्यादा भराव होने की चलते सरसों खराब होने लगती है। यह रोज पक्की जमीन में ज्यादा देखने को मिलता है।
सरसों फसल में जुड़ गलन रोग से बचाव के लिए क्या करें
किसानों को सरसों में इस रोग को नियंत्रित करने के लिए कृषि विशेषज्ञों के अनुसार फसल में ड्रेचिंग करना चाहिए।
फसल में ड्रेचिंग (जड़ में) के लिए किसान 250 ग्राम कार्बेडाजिम 12 प्रतिशत के साथ स्ट्रेपटोसाइकलिन 15 ग्राम,
मेनकोजॉब 63 प्रतिशत को 100 लीटर पानी में मिलाकर करें। वहीं जमीन में नमी होनी चाहिए और सिंचाई करते समय किसानों को यूरिया की मात्रा कम रखना चाहिए।ज्यादा मात्रा रखने पर यह रोक हो जाता है।
वहीं खेत में सिंचाई करते समय ज्यादा पानी ना भरे खेत में छोटी के एरिया बनाएं और पानी कम भरें और यूरिया की मंत्र कृषक प्रवेश के दिए गए सलाह अनुसार ही देना चाहिए। इसके साथ-साथ किसानों को सरसों की फसल में पहला पानी देने में ज्यादा समय नहीं लगाना चाहिए।
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