36 साल पहले अनाज की मुल्य वाले बिल को देख लोग हैरान है. बिल को संभालकर रखने वाले बुजुर्ग की भी कर रहे इसकी सराहना
सुपर खबर : आज के समय में दिन – प्रतिदिन बढ़ती गेहूं की दामों के बीच भारतीय वन सेवा के अधिकारी प्रवीन कस्वां ने वर्ष 1987 के एक बिल की एक तस्वीर शेयर की है. इसमें गेहूं का रेट 1.6 रुपये प्रति किलोग्राम है. इस मुल्य के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। बिल ने इंटरनेट पर काफी तहलका मचा कर रख दिया है. आई.एफ.एस अधिकारी ने अपने दादा का “J फॉर्म” शेयर जो भारतीय खाद्य निगम को बेची गई फ़सल का बिल दिखाता है. J फॉर्म अनाज मंडी में किसान की फसल की बिक्री रसीद है।
उन्होंने बिल को ट्वीट करते हुए बताया कि 1987 में मेरे दादाजी ने भारतीय खाद्य निगम को गेहूं की फसल बची थी उसी का यह j फार्म है. जब गेहूं 1.6 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिका करती था. एक फॉलोवर ने ट्वीट में, उन्होंने शेयर किया कि उनके दादाजी को सभी रिकॉर्ड अभी बरकरार है क्योंकि उन्होंने सारे रिकॉर्ड बरक़रार रखने की आदत थी इन्होंने बताया कि आज भी हमारे पास में दादा जी के वो कागजात मौजूद हैं, जिसमें फसल बेचने का सारा ब्योरा शामिल है. 40 सालों में बची गई उपज के सभी कागजात को दादी बहुत ही संभालकर रखती थी.और उनको कोई भी देख और पढ़ सकता है।
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आईएफएस अधिकारी द्वारा गेहूं का पुराना बिल साझा करते ही उनके ट्वीट पर लाइक और कमेंट की बौछार होने लगी.कुछ ही घंटों में उनकी पोस्ट को करीब 40,000 से ज्यादा बार देखा जा चुका था. वहीं लाइक और कमेंट की भी संख्या हजारो में पहुंचन गई.एक कमेंट में कहा गया है कि इस फोटो को देखकर मैं हैरान रह गया. इस बिल को पोस्ट करने के लिए धन्यवाद सर जी मैंने आज पहली बार जे फॉर्म के बारे में पढ़ा और सुना है. एक दूसरे व्यक्ति ने लिखा है कि 1987 में सोने की कीमत 2,570 रुपये थी, इसलिए आज का रुपया सोने की दर के मुताबिक, गेहूं की कीमत 20 गुना होनी चाहिए. एक और यूजर ने लिखा कि ये बुजुर्ग खर्च किए गए एक -एक रुपए का पूरा हिसाब लिखते थे, जो फसल वे बेचते थे. उसका सारा रिकॉर्ड इसी तरह रखते थे, और इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है.
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