सरसों भाव हुआ स्थिर, आगे सरसों का भाव बढ़ेगा या घटेगा, जानें सरसों सप्ताहिक रिपोर्ट
Mustard Price Update: पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार जयपुर सरसों नई 5375 रुपये पर खुला था। ओर शनिवार शाम 5325 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग न रहने से -50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, सप्ताह के शुरुआत में आई गिरावट को कवर कर सरसो लगभग स्थिर बंद हुआ।
जयपुर सरसों 5350 के अपने सपोर्ट के करीब आने के बाद हल्की बढ़त के चलते 5375 पर बंद हुआ। विदेशी बाजारों में खादय तेलों की गिरावट का सरसो और सरसो तेल में अधिक असर नहीं।
मरुधर एजेंसी के अनुसार अप्रैल महीने के अंत में 106 लाख टन सरसो उपलब्ध। पिछले वर्ष अप्रैल अंत में 92 लाख टन सरसो स्टॉक उपलब्ध था। सरसो की क्रशिंग में नुकसान लगने की वजह अप्रैल महीने में सरसो की क्रशिंग 13 लाख टन से घटकर 9 लाख टन ही हुई।
वहीं विदेशों से सोया और पाम तेल आयात बढ़ने से भी सरसो की क्रशिंग कमजोर पड़ी। क्रशिंग में नुकसान होने की वजह से छोटी मिलें बंद पड़ी हैं वहीं बड़ी मिलें अपनी मर्जी से भाव घटा बढ़ा रहे हैं। सरसो खल की कीमतों में इस सप्ताह 30-35 रुपये/क्विंटल की बढ़त देखी गयी।
अब तक सरसो डीओसी की एक्सपोर्ट डिमांड कुछ खास नहीं है और थाईलैंड को छोड़ कोई बड़ा खरीदार नहीं। कोरिया से डिमांड कमजोर पड़ने से अप्रैल महीने में भी डीओसी निर्यात पिछले वर्ष से कमजोर बताई जा रही है।
आयातित तेलों में लगातार गिरावट से जयपुर कच्ची घानी ऊपरी स्तरों से घटकर 990 के सपोर्ट के करीब आ गया है। सरसो तेल की डिमांड कमजोर है लेकिन अन्य तेलों की तुलना में सरसो में बड़ी गिरावट का रिस्क नहीं।
मई महीने में सरसो घट बढ़ के साथ सिमित दायरे में रहेगा जिसमे खरीदारी शुरु कर मई अंत तक पूरा स्टॉक भरना चाहिए। वहीं सरसो में लम्बी अवधि का पहला लक्ष्य 5750-5800 और दूसरा 5950-6000 का नजर आ रहा है। व्यापार अपने विवेक से करें।
सरकारी योजना व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉यहां पर दबाएं
नोट 👉 आज आपने जाना आगे सरसों का भाव बढ़ेगा या घटेगा (सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट) । किसी भी फसल का व्यापार करने से पहले एक बार अपने विवेक से व्यापार करें। क्योंकि आने वाली समय में फसल और मौसम कैसा रहेगा उन पर भी तेजी मंदी काफी हद तक निर्भर करती है। व्यापार में हानि होना हमारी जिम्मेवारी नहीं है।