चना के भाव में मंदा, आगे भाव बढ़ेगा या घटेगा, जानें चना सप्ताहिक रिपोर्ट
Chana Bazar Bhav: पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार दिल्ली राजस्थान लाइन 6600/25 रुपये पर खुला था। और शनिवार शाम चना 6350/75 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग न रहने से -250 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, चना बाजार में सप्ताह के दौरान 100-200 रुपये की कमजोरी रही।
चना में कमजोरी का प्रमुख कारण मुनाफावसूली रहा। इस बीच सरकार ने चना आयात शुल्क मुक्त कर दिया। सरकार ने चना आयात 31 अक्टूबर 2024 तक के लिए शुल्क मुक्त किया।
ऑस्ट्रेलिया चना रिपोर्ट
आयात शुल्क खत्म होने की रिपोर्ट के बाद ऑस्ट्रेलिया चना बढ़कर 800 डॉलर प्रति टन। ऑस्ट्रेलिया चना 800 डॉलर प्रति टन के भाव से भारतीय पोर्ट पर 6900+ का पड़तल। ऑस्ट्रेलिया में 2.5 लाख टन चना स्टॉक मौजूद होने का अनुमान।
हम पुष्टि नहीं कर सकते लेकिन रिपोर्ट प्राप्त हो रही की 40,000-50,000 टन ऑस्ट्रेलिया चना पर पहले ही पहुँच चूका है।
चना बाजार कैसा रहेगा?
इम्पोर्टेड चना का महँगा पड़तल देखते हुए देशी चना सस्ता में मिलना मुश्किल लग रहा। आयात खुलने की खबर से घबराहट में 50-100 से अधिक की गिरावट की संभावना। दिल्ली चना 6200 का मजबूत सपोर्ट; जबकि तेजी के लिए 6700 तोड़ना जरुरी।
आयात खुलने के बावजूद चना बाजार के फंडामेंटल सकारात्मक दिख रहा हैं। हालाँकि, अगले 10 दिनों में आगामी व्यापार सेंटीमेंट चना भविष्य तय करने में काफी एहम होगा इसलिए, व्यापार रणनीति समय के हिसाब तय करना बेहतर निर्णय साबित हो सकता है। व्यापार अपने विवेक से करें।
काबली कंटेनर सप्ताहिक रिपोर्ट
पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार इंदौर नया (40/42) 12100 रुपये पर खुला था। और शनिवार शाम काबली कंटेनर 12000 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान काबली कंटेनर में मांग न रहने से -100 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, काबुली के दाम में पिछले सप्ताह रही कुछ कमजोरी।
काबुली की आवक उम्मीद अनुसार नहीं बढ़ रही; जबकि ग्राहकी भी औसत है। दरअसल इस वर्ष शादियों का सीजन छोटा होने से खपत मांग काम। हालांकि काबुली की उम्मीद से कमजोर आवक को देखते हुए स्टॉकिस्ट सक्रीय हो रहे।
देश में काबुली आवक पिछले सप्ताह (पिछले वर्ष से) 5% कमजोर रही। फिलहाल काबुली में बड़ी ग्राहकी के अभाव में कुछ कमजोरी संभव।
हमारा सुपर मंडी मानना है के अगले 10 दिनों में आवक से उत्पादन का पता चल जायेगा। यदि आवक नहीं बढ़ती है तो उत्पादन कमजोर और आवक बढ़ी तो उत्पादन बेहतर समझ सकते हैं।
टेक्निकली काबुली कंटेनर (42-44) 11000 का मजबूत सपोर्ट; जबकि 12000 के ऊपर तेजी। काबुली में अगले 10 दिन सिमित या जरुरत अनुसार कारोबार करना बेहतर । व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट 👉 आज आपने जाना चना आगे भाव बढ़ेगा या घटेगा (चना तेजी मंदी रिपोर्ट) । किसी भी फसल का व्यापार करने से पहले एक बार अपने विवेक से व्यापार करें। क्योंकि आने वाली समय में फसल और मौसम कैसा रहेगा उन पर भी तेजी मंदी काफी हद तक निर्भर करती है। व्यापार में हानि होना हमारी जिम्मेवारी नहीं है।