भारत पूर्वी अफ्रीकी देशों और म्यामां से अरहर दाल की खरीदी करता है भारत तुअर दाल अपनी जरुरत के अनुसार इन देशों से आयात करने में सक्षम होगा। भारत को 11/12 लाख टन इन देशों में दलहन उत्पादन होने के अनुमान है
केंद्र सरकार आवश्यक वस्तुओं दाल और प्याज की कीमतों की कीमतों को लेकर सचिव के द्वारा उच्चस्तरीय बैठक में बातचीत हुए ।आपकों बता की भारत सरकार तुअर दाल की अच्छी क्वालिटी की 10 लाख टन आयत करने की योजना बनाई है
कैबिनेट सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया है कि अबकी बार गुलबर्ग (कर्नाटक ) में अबकी बार मौसम और उखड़ा रोग से तुअर दाल के उत्पादन में कमी हो सकती है घरेलू मांग में आयात कमी को पूरा करने के लिए यह योजना योजना बनाई है। अरहर की फसल वर्ष 2022/23 में उत्पादन 38.9 लाख टन पिछले साल 43.4 लाख टन हुआ था। इस साल अरहर का उत्पादन 4/5 लाख टन कम रहने का अनुमान है।
अब तक कितना आयात किया
उन्होंने बताया कि दिसंबर माह में लगभग दो 2 लाख टन दाल का आयात किया है। आपकों बता दें भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 में करीब 7.6 लाख टन तुअर का आयात किया गया था। सचिव ने कहा कि देश को चालू विपणन वर्ष लगभग 10 लाख टन अरहर दाल का आयात करना है।
इसे भी देखें 👉किसान गेहूं की पीली पत्तियां पड़ रही हैं तो करें ये उपाय मिलेगा फायदा
दो लाख टन अरहर दाल का आयात किया गया है
प्रमुख रूप से पूर्वी अफ्रीका से अरहर का आयात सबसे ज्यादा होता है और इसके साथ-साथ म्यांमार से भी कुछ आयात किया जाता है उनके अनुसार भारत आवश्यक मात्रा में तुवर दाल का आयात करने में सक्षम हो जाएगा क्योंकि इन देशों में लगभग 11 से लेकर 12 लाख दलहन की उपलब्धता होने का अनुमान लगाया गया है दालों के सुचारू आयात के लिए सरकार धूम्रीकरण और स्वच्छता के मापदंडों के अनुसार बनाने पर काम कर रही है कैबिनेट सचिव ने कहा है कि अरहर की दाल के आयात को पहले ही खुले सामान्य लाइसेंस के तहत लाया जा चुका है
इस सीज़न में करेगी प्याज की खरीद
इसके आगे सचिव ने ब्यान में यह भी बताया है कि प्याज के मामले की मैथ की अभी भी स्थिति बनी हुई है और सरकार जल्दी ही अपने बफर स्टॉक के लिए रवि फसल से प्याज की खरीद शुरू कर देगी।
Read more 👉 गेहूं भाव ऐतिहासिक तेजी 3000 रु के पार, देखें सभी मंडी का भाव