हरियाणा प्रदेश में वर्तमान में भाजपा और जेजेपी गठबंधन की सरकार चल रही है लेकिन इस गठबंधन के बीच पिछले कुछ दिनों से हो रहे घटनाक्रम को देखकर कहा जा सकता है कि बीजेपी जेजीपी गठबंधन सरकार में सब कुछ सही नहीं चल रहा।
हरियाणा गठबंधन सरकार में आई खटास
भारत में केंद्र सरकार में बीजेपी की सरकार चल रही है और वह आगामी आने वाले चुनाव में अकेले 10 सीटों पर लड़ना चाहती है।और सीटों का बंटवारा नहीं चाहती। प्रदेश में भाजपा अपनी रणनीति के अनुसार सभी को साथ लेकर गैर जाट वोटों को ज्यादा साथ लेकर चल रही है।
हरियाणा में 10 सीटें बीजेपी ने जीती
क्योंकि पीछे हरियाणा प्रदेश में हुए किसान आंदोलन और पहलवानों के विरोध के चलते भाजपा को जाट वोट कम होने की संभावना नजर आ रही है। हरियाणा की मौजूदा 10 सीट लोक सभा की बीजेपी के पास ही है।
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान हरियाणा की दसों सीटें बीजेपी ने जीतकर केंद्र में मोदी सरकार बहुमत कि सरकार बनाई। हरियाणा सरकार के मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के साथ बुधवार को शाम को हुई लोकसभा चुनाव को लेकर विचार विमर्श किया गया।
अमित शाह की हाल ही में सिरसा लोकसभा क्षेत्र में हुई रैली के बाद भाजपा की राजनीति एक बार फिर ज्यादा सक्रिय हुई है। मौजूदा समय में भाजपा और जेजेपी के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर विश्वास में आई कमी को लेकर बीजेपी ने 10 सीटों पर लड़ने का मन बना चुकी है।
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हरियाणा प्रदेश में करीब 58% से ज्यादा वोट मिले. लेकिन उसके बाद हरियाणा प्रदेश की विधानसभा के चुनाव में नतीजा इसके उल्ट देखने को मिला और भाजपा को यहां 36.49 वोट ही मिल पाए। जिससे बीजेपी सरकार बहुमत से दूर रहे और उन्होंने जजपा के साथ सरकार बनाई।
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