गेहूं की फसल में खरपतवार किसानों को काफी परेशान करते हैं। बता दें कि ऐसे ही गेहूं की फसल में गुल्ली डंडा नामक यह खरपतवार भी बीते कुछ सालों से किसानों को काफी परेशान कर रहा है। और यह जमीन की नमी को कम करता है और गेहूं के उत्पादन में काफी असर डालता है।
गुल्ली डंडा देश के हरियाणा पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के गेहूं की फसल में देखने को ज्यादा मिलता है। बता दें कि इसके लिए किसान कई उपाय कर सकते हैं। जिससे इस खरपतवार से निजात मिलेगी।गुल्ली डंडा यानी गेहूं का मामा खरपतवार नियंत्रण करें आइए जानते हैं…
गेहूं की फसल में गुल्ली डंडा की पहचान कैसे करें
गेहूं की फसल में गुल्ली डंडा यानी मंडूसी की पहचान करना थोड़ा मुश्किल होता है। इसके लिए आपको बता दें कि इसकी पहचान करने के लिए आपको गेहूं के पौधे के पास नीचे बैठकर देखेंगे तो गुल्ली डंडा की जड़ जमीन के पास से लाल रंग का होता है। वहीं गेहूं के पौधे की जड़ है वह सफेद रंग का मिलेगा।
गुल्ली डंडा कितना नुकसान पहुंचा सकता है
गेहूं की फसल में गुल्ली डंडा उगने के बाद इसे हटाने के लिए किसान कई कई सप्रे करते हैं। लेकिन कई बार इसकी सही से रोकथाम नहीं हो पाती और यह गेहूं की फसल में 70% तक उत्पादन में नुकसान पहुंचा सकता है। वही यह फसल में खत्म न होने की स्थिति में जब गेहूं किसान निकालकर बेचने की जाता है तब भी उसे भाव कम मिलता है।
फसल से गुल्ली डंडा ( मंडूसी) को कैसे हटाए
गेहूं की फसल में गुल्ली डंडा ( मंडूसी) नामक इस खरपतवार को हटाने के लिए किसानों को 30 दिन से 35 दिन के अंदर-अंदर उपाय करने आवश्यक है। नहीं तो यह बड़ा हो जाता है और तो से हटाना काफी मुश्किल हो जाता है। इसलिए किसानों भाइयों को इसकी रोकथाम हेतु किसान एक हेक्टर भूमि में 400 से 500 लीटर पानी लें उसमें पाइरोक्सासल्फोन 187.5 ग्राम प्रति हेक्टेयर के साथ पेंडीमेथिलीन 750 ग्राम का छिड़काव करें। गेहूं की बिजाई करने के बाद छिड़काव गुल्ली डंडे खरपतवार को हटाया जा सकता है।
गुल्ली डंडे की समस्या से छुटकारा पाने के लिए किसान भाई इसके अलावा भी प्रति हेक्टेयर 33 ग्राम सल्फोसल्फ्यूरॉन, मैटसल्फ्यूरान कृषि विशेषज्ञ द्वारा बताई गई मात्रा के अनुसार फसल में छिड़काव करें। तो इस खरपतवार को हटाया जा सकता है। बता दें कि पानी की मात्रा आपको 200 लीटर से कम नहीं रखना है। पानी की मात्रा ज्यादा होने ही चाहिए ताकि इसमें अच्छे से दवा अपना काम कर सके।
बता दे कि भारत के कई राज्यों में धान की खेती की जाती है और ऐसे में जमीन में नमी ज्यादा रहती है इसलिए किसान इस खरपतवार को गेहूं की फसल में अंकुरित हो। उससे पहले ही नियंत्रण करने के लिए किसान भाई जल्द से जल्द अपने गेहूं की बुवाई के बाद 2 से 3 दिन में ही 1 किलोग्राम पेंडीमेथिलीन दवा को 400 से 500 लीटर पानी में अच्छी तरह से घोल मिलाए और फिर अपने फसल में प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें।
इसके अलावा किसान अगर आपकी जमीन में हर बार गुल्ली डंडा का खरपतवार ज्यादा हो रहा है तो आप फसल चक्र अपनाकर भी इसे राहत मिल सकती है।
इसे भी पढ़ें: Gehu Me Pilapan: गेहूं की फसल में अधिक फुटाव और पीलापन हटाने के लिए जानें शानदार उपाय
इसे भी पढ़ें 👉आलू की फसल में झुलसा रोग और पाला से बचाव कैसे करें, जानें पूरी जानकारी
इसे भी पढ़ें 👉Gold Rate Today : सोना चांदी के भाव में तेजी बरकरार, जानें सोना चांदी का रेट
सोना चांदी व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉यहां पर दबाएं
सरकारी योजना व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉यहां पर दबाएं