बीते हफ्ते आरंभ में सोमवार को जयपुर सरसों कंडीशन (Mustard Price) का भाव 5550 रुपए प्रति कुंतल पर खुला । जो कि शनिवार की शाम को सरसों के दाम 5550 प्रति कुंतल पर बंद हुआ। यानी बीते सप्ताह के दौरान सरसों मांग सीमित रहने से मिला-जुला रुख देखने को मिला। घटे भाव पर मिलों की मांग से सरसों की कीमतों में सुधार देखने को मिला।
मंडियों में नई सरसों की आवक आरंभ हो चुका है। ऐसे में तेजी पर ब्रेक लगा। वहीं सरसों तेल की अच्छी मांग होने के चलते सप्ताह भाव मजबूत बने रहे।
बीते सप्ताह सोया तेल के भाव नरम हुए जबकि सरसो तेल में 1 से 1.5 रुपये/किलो की बढ़त दर्ज की गयी। सरसो तेल में बढ़त के चलते सोया के साथ सरसो तेल का अंतर इस सप्ताह बढ़ गया। वहीं खल में सिमित मांग के चलते भाव लगभग स्थिर ही रहे।
दिसंबर महीने में सरसो खल का निर्यात 132.96% बढ़कर 2.16 लाख टन पहुंचा। दिसंबर 2022 की तुलना में सरसो खल का निर्यात 11.40% अधिक रहा। राजस्थान के कोटा, बारां मंडी में सरसो की छिट पुट आवक शुरू हुई।
Mustard Price: सरसों में नमी अधिक होने की वजह से भाव 3800-4275 के बीच बोला गया। फरवरी के मध्य से सरसो की आवक बढ़ने पर सरसो की कीमतों में गिरावट बढ़ेगी। नाफेड की बिकवाली लगातार जारी है और जनवरी में अब तक 71000 टन सरसो बेचीं गयी है।
नाफेड की कुल बिकवाली अब तक 2.30 लाख टन की करीब पंहुचा और अब भी 8.50 लाख टन से अधिक स्टॉक नाफेड के पास उपलब्ध। आने वाले महीने में आवक बढ़ने, हाजिर में स्टॉक पर्याप्त होने, और खादय तेलों में दबाव को देख सरसो में गिरावट बढ़ने का अनुमान।
जयपुर सरसो अगले दो सप्ताह 5525-5700 के बीच कारोबार करते नजर आएगा जिसके बाद 5525 के निचे फिसलने की प्रबल सम्भावना। व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट 👉 आज आपने जाना Mustard Price (सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट 2024) किसी भी फसल का व्यापार करने से पहले एक बार अपने विवेक से व्यापार करें क्योंकि आने वाली समय में फसल और मौसम कैसा रहेगा उन पर भी तेजी मंदी काफी हद तक निर्भर करती है