फरवरी में किसानों को मिलेगा कम खर्चे में अधिक लाभ के बारे कौन सी फसल लगाना चाहिए, जानें पूरी जानकारी
हमारे देश में किसानों के द्वारा सभी फसलों और सब्जियों की खेती बोई जाती है ऐसे में किसान सब्जियों की खेती हो या सही समय पर बुवाई करने से अधिक लाभ प्राप्त होगा और खाने में भी स्वाद अच्छा होगा। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे फरवरी महीने में वह कौन-कौन सी सब्जियों को लगाकर अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।
किसानों के द्वारा की जाने वाली सब्जी हो चाहे अनाज की खेती तीन भागों में पाया जाता है बताने की सब्जी की खेती हर महीने में की जाने वाली खेती है। ऐसे में किसानों के द्वारा फसलों को रबी खरीफ और जायद सीजन में बुवाई किया जाता है।
ऐसे में किसानों को कोई भी फसल लगाने के पूर्व अगर उन्हें पता है कि कौन से सीजन में कौन सा फसल और कब लगाना है। कौन से महीने में सब्जी लगाने से कम खर्चे में अधिक उत्पादन मिले यह जानना बहुत ही आवश्यक हो जाता है।
फरवरी के महीने में करे इन फसल की खेती
फरवरी महीने आरंभ होने वाला है। ऐसे में किसानों को फरवरी महीने में अगर सही से फसल का चुनाव करें तो कम लागत में अधिक मुनाफा मिल सकता है। बता देंगे की सब्जियों के लिए फरवरी का महीना अच्छा माना जाता है। क्योंकि इस महीने में ना तो ज्यादा गर्मी पड़ती और ना ही ज्यादा सर्दी। किसान अपने खेत में सब्जी के तौर पर फरवरी महीने में टमाटर, भिंडी, करेला, पत्ता गोभी, खीर, लौकी, ककड़ी, मिर्च और अरबी की सब्जियों का बुवाई कर सकते हैं।
से मैं अगर किस कम खर्चे में अधिक मुनाफा प्राप्त करना चाहते हैं। तो किसान भिंडी की खेती (okra cultivation) कर सकते हैं और इसके बारे में आज हम आपको जानकारी प्रदान करेंगे भिंडी की खेती के बारे में, अगर सही समय पर बिजाई करते हैं तो समय पर बाजार में पहुंचने पर अच्छा मूल्य प्राप्त होता है। जिससे किसानों को नुकसान की गुंजाइश कम हो जाता है।
भिंडी की खेती को फरवरी महीने में लगाने से लाभ
किसान भाइयों भिंडी की फरवरी महीने में खेती करने से जल्दी पैदावार मिलती है। जिससे बाजार में ठीक-ठाक भाव मिलता है। ऐसे में किसानों को अगेती भिंडी की किस्म का चुनाव कर इसका खेती करना चाहिए। अक्षर किसान भिंडी की खेती लेट बुवाई करते हैं। जिसके चलते किसानों को मजबूरी में कम दाम पर अपनी फसल को बेचना पड़ता है। और उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में किसानों को अगेती भिंडी की खेती कर अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।
फरवरी के महीने में भिंडी की खेती के लिए बुवाई अगर किसान करते हैं। तो उसका गर्मी आने पर बाजार में बेचने के लिए आपके पास फसल होगी और आपको अच्छा मुनाफा भी मिलेगा। क्योंकि इस समय भिंडी की डिमांड अच्छी रहती है। ऐसे में किसानों को फरवरी महीना भिंडी के लिए अच्छा है। ऐसे में किसान अपनी भूमि को अच्छी तरह से तैयार करें और भिंडी की बुवाई अगेती फसल में अच्छी किस्म होनी चाहिए । ताकि उन्हें अच्छा मुनाफा प्राप्त हो।
भिंडी की पैदावार में अच्छी किस्म का चुनाव
अब अगर आप भिंडी की खेती करने का मन बना रहे हैं। तो आपके लिए कम समय में तैयार किस्म का चुनाव करना बहुत जरूरी हो जाता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ उन्नत किस्म के बारे में बताने वाले हैं बता दें कि यह किसने तैयार होने में 55 से 65 दिन में आपको पैदावार मिलना आरंभ हो जाता है।
किसान भाइयों भिंडी की खेती के लिए कुछ किस्म के बारे में हम आपको बता रहे हैं जैसे परभनी क्रांति, अर्का अभय, पूसा सावनी, अर्का अनामिका और पंजाब पद्मिनी आदि कि मौका चुनाव कर सकते हैं इसके अलावा खेत में भिंडी की फसल लगाने से पहले अपने आसपास के क्षेत्र में कौन सा किस्म अच्छा रहेगा। इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए कृषि विभाग से भी अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
भिंडी लगाने से पहले खेत को करें तैयार
अब अपने खेत में भिंडी लगाने के लिए अच्छी किस्म का चुनाव तो कर लिया। लेकिन अब आपको अच्छी तरह से खेत में गहरी जुताई करें और फिर उसमें दो से तीन कल्टीवेटर हल्की जुताई करें और भुरभुरा और समतल बनाकर तैयार करें। और इससे पहले किसान भाइयों आपकी जमीन में मिट्टी की जांच करवा ले कि आपकी जमीन में भिंडी की पैदावार लेने के लिए कौन से तत्वों की सबसे ज्यादा आवश्यकता रहेगी। उसी के अनुसार खेत में खाद और औरत का इस्तेमाल करना चाहिए।
अगर आपने मिट्टी की जांच नहीं करवाई है तो आपको अपने खेत में भिंडी के खेत में डीएपी 50 किलोग्राम यूरिया 90 किलोग्राम और MOP 30 किलोग्राम की मात्रा की आवश्यकता होती है। ऐसे में किसानों को बिजाई से पहले आधा भाग छिड़काव करें। और बताई गई मात्रा में से जो भाग रह चुका है। वह खड़ी हुई फसल में छिड़काव करना चाहिए।
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बुवाई से पहले बीज का उपचार जरूर करे
बाय करने से पहले किसानों को बीच को अच्छी तरह से उपचारित करना बहुत जरूरी है क्योंकि फसल में कीट और रोग को प्रकाप ज्यादा ना हो ऐसे में किसानों को बुवाई से पहले 12 से 24 घंटे तक पानी में अच्छी तरह से भिगोकर उसके बाद बीजों को उपचारित करें। इसके लिए किसानों को बीज को छाया में सुखाकर उसमें 3 ग्राम थीरम या इससे अलावा कार्बन डाइऑक्साइड किलोग्राम बीज की मात्रा में उपचारित करके उपचारित करना चाहिए। किसान भाइयों भिंडी की खेती के लिए शंकर किस्म 2 किलोग्राम और उन्नत बीज 6 किलोग्राम प्रति एकड़ लेना चाहिए।
भिंडी की बुवाई कैसे करना चाहिए
भिंडी की खेती के लिए बुवाई के समय किसानों को एक दिशा में करना चाहिए। और किसानों को 15 से 20 सेंटीमीटर ऊंची बेड बनाएं और उसे पर बुवाई करें। जिसके चलते पौधों को सभी पोषक तत्व मात्रा में मिलता रहेगा।
कब करें सिंचाई का कार्य
अगर भिंडी की फसल लगाने से पहले खेत में पर्याप्त नमी न हो तो सिंचाई करना चाहिए और इसके बाद सिंचाई 8 से 10 दिन बाद किया जा सकता है।बता दें कि भिंडी की खेती में अगर ड्रिप या फुव्वारा से ही करें तो अच्छा रहेगा।
भिंडी की तुड़ाई का काम कब करें
भिंडी की फसल जब 45 से 50 दिन का हो जाए। तो इसमें फसल तुड़ाई के लिए शुरू हो जाता है। और ऐसे में किसान भिंडी का आकार 5 इंच के आसपास हो और इसका रंग हरा हो तब उसकी तुड़ाई करनी चाहिए और इसके बाद किसान क्वालिटी के अनुसार अलग-अलग भागों में बाजार में बेचना चाहिए। ताकि उन्हें क्वालिटी के हिसाब से बाजार में मूल्य मिले और उन्हें नुकसान ना हो।
भिंडी की खेती में कितना होगा लाभ
अब किसानों के मन में यह प्रश्न होगा की भिंडी की खेती में आखिर लागत कितना आता है और बचत कितना हो सकता है। तो किसान भाइयों हम बताना आपको चाहेंगे कि प्रति प्रति हेक्टेयर करीब 50 से 60 हजार रुपए तक का खर्च हो जाता है। और उससे उत्पादन 70 से 80 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त हो जाता है। ऐसे में किसानों को सही समय पर बाजार में आने पर करीब 30 से 40 रुपए किलो तक का भाव मिलता है। तो उन्हें प्रति हेक्टेयर लगभग 3 लाख की कमाई हो सकती है।
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