बीते सप्ताह सोमवार को सरसों की कीमत 5525 से 5550 रुपए प्रति क्विंटल पर खुला जो शनिवार की शाम की शाम को 5550 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे। सरसों में नई आवक बढ़ना हुआ शुरू, सीजन में सरसों में तेजी या मंदी, जानें सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
इस बीते सप्ताह सरसों का भाव घटे भाव पर मीलों की मांग निकलने से हल्की बढ़त देखने को मिली। हालाँकि मंडियों में नयी सरसों की आवक अब धीरे धीरे बढ़ने लगी जिससे तेजी पर लगाम लगेगी।
तेल और खल की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है।इसलिए सरसो के भाव बढ़ने से क्रशिंग मार्जिन कमजोर । नाफेड के द्वारा अब तक कुल सरसों 2.75 लाख टन बिकवाली की है।
सीज़न के शुरुआत में नाफेड की बिकवाली जारी रहने से सरसों में दबाव बनाएगा। सरकार की इस सीज़न में 20 से 25 लाख टन सरसों खरीदारी का लक्ष्य है। सरसों भाव एमएसपी से निचे होने के चलते खरीदारी लक्ष्य पिछले वर्ष से दुगना किया है।
सरसों का उत्पादन 125 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है। सरसो के ऊँचे स्टॉक को देखते हए किसान को अपनी फसल के उचित भाव ना मिलने का डर सता रहा है।
ऐसे में सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए की जल्द से जल्द सरकारी एजेंसियों के द्वारा एमएसपी पर सरसों की खरीदारी शुरू की जाए। यदि सरकार की खरीदारी में देरी हुई तो मार्च से जून के बीच सरसो के भाव में मौजूदा स्तरों से 400 से 500 रुपए की गिरावट आने की प्रबल सम्भावना बना सकता है।
पिछले वर्ष फरवरी से मार्च तक सरसो के भाव 300 से 350 रुपये बढ़ गए थे। जिसके बाद अप्रैल से जून तक एक तरफा 1000 रुपये की गिरावट आयी थी।
सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट : शुरुआती समय में स्टॉकिस्ट ऊँचे भाव में स्टॉक लगाने से बचे। और मई , जून तक करें प्रतीक्षा करें मई /जून में बॉटम बनाने के बाद सरसो में रिकवरी की सम्भावना है। व्यापार अपने विवेक से करें।
इसे भी पढ़ें 👉किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी सरसों की एमएसपी पर खरीद को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला
इसे भी पढ़ें 👉प्रदेश सरकार देगी कृषि यंत्रों पर 80% तक का सब्सिडी, कृषि यंत्रों का आयोजन आज से हुआ शुरू, जाने पूरी अपडेट
सोना चांदी व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉यहां पर दबाएं
सरकारी योजना व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉यहां पर दबाएं