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Mustard Price: सरसों का भविष्य भाव 2023: किसानों को सरसों का भाव क्या मिल पाएगा पिछले साल जैसा, देखे तेजी मंदी रिपोर्ट

Mustatd news सरसों भाव भविष्य 2023: देश में तिलहनों के उत्पादन एवं खाद्य तेलों के आयात को देखते हुए निकट भविष्य में लंबी तेजी की संभावना नहीं है तथा दूरगामी परिणाम भी मंदे वाला ही लग रहा है, इसलिए दो-तीन रुपए प्रति किलो की तेजी-मंदी में ही व्यापार करना चाहिए।

गौरतलब है कि सोयाबीन की फसल आने में अभी 6 महीने का समय बाकी है, लेकिन सटोरियों द्वारा झूठी हवा फैलाकर उत्पादन कम का अनुमान सीजन पर ही लगा दिया गया था, जिससे बाजार शुरुआत में ही तेज हो गए थे, जो अब तक दुख दे रहे हैं। दूसरी ओर सूरजमुखी की फसल जून में आ जाएगी, इसके अलावा सरसों की फसल चल रही है तथा देश की मंडियों में 5-6 लाख क्विंटल दैनिक आवक हो रही है।

अखिल भारतीय तेल तिलहन रबी सेमिनार में 113 लाख मैट्रिक टन का उत्पादन अनुमान विशेषज्ञों द्वारा लगाया गया था, जो गत वर्ष की तुलना में दो लाख मैट्रिक टन अधिक हैं, लेकिन किसानों एवं दूरदराज के लोकल मंडियों के व्यापारियों का कहना है कि सरसों बहुत अधिक है तथा 130-135 लाख मैट्रिक टन तक उत्पादन होने का अनुमान है।

उनका कहना है कि इस बार बिजाई क्षेत्र में जबरदस्त इजाफा हुआ तथा सरसों की फसल तैयार होने के समय में अनुकूल मौसम होने से सोलह आने उतरी है, इसलिए तेजी का आकलन लगाना ठीक नहीं होगा। हम मानते हैं कि खाद्य तेलों पर हमारी आत्म निर्भरता नहीं है,

लेकिन सरकार की उदार आयात नीति के चलते सस्ते खाद्य तेल लगातार भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच रहे हैं तथा अगले वर्ष चुनाव का दौर रहेगा, इसलिए खाद्य तेलों में सरकार भरसक तेजी आने नहीं देगी।

आगे चलकर किसी विशेष परिस्थिति में आयात शुल्क बढ़ाना पड़े, तभी कुछ सुधार आ सकता है, अन्यथा सोयाबीन, सरसों, सूरजमुखी सहित अन्य खाद्य तेलों एवं तिलहनों के उत्पादन को देखते हुए अभी तेजी नहीं लग रही है। 

सरसों का भाव में गिरावट ( सरसों का भविष्य भाव 2023)

यही कारण है कि लगातार बिकवाली के प्रेशर में निवाई टोंक, कोटा, सुमेरपुर, अलवर, भरतपुर लाइन में सरसों तेल की प्रतिशतता के हिसाब से 5000/5300 रुपए प्रति क्विंटल के बीच बिक रही है। तथा जयपुर पहुंच में 42 प्रतिशत कंडीशन की सरसों 5625/5650 रुपए रह गई है। आगे अभी इसमें 100/150 रुपए प्रति क्विंटल की और गिरावट के बाद ही रिस्क समाप्त होगा,

लेकिन सटोरिए 50/75 रुपए और घटने के बाद फिर 100/150 रुपए बढ़ा देंगे तथा यह खेल अभी चलता रहेगा, इसलिए स्टाक का व्यापार लंबे समय के लिए नहीं करना चाहिए। व्यापार अपने विवेक से करे।

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नोट:-व्यापार अपने विवेक से करें । हमारा काम किसानों तक सही जानकारी पहुंचाना है। किसी भी फसल में तेजी आ मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं।

 

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