केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्दर सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि बढ़े हुए तापमान का अभी तक गेहूं की फसल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है तथा साथ ही उन्होंने कहा कि संभावित प्रभाव के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी ही होगी।
उन्होंने बताया है कि मध्य प्रदेश जैसे कुछ राज्यों में कटाई शुरू होने के बाद से गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है अपितु उन्होंने माना कि कृषि के सामने मौसम संबंधी चुनौतियां हमेशा सनी ही रहती हैं। गुजरात के साथ ही मध्य प्रदेश में गेहूं की फसल की कटाई आरंभ हो चुकी है तथा मार्च महीने के अंत तक राजस्थान में भी गेहूं की कटाई आरंभ हो जायेगी। हरियाणा एवं पंजाब तथा उत्तर प्रदेश में गेहूं की कटाई मार्च के अंत एवं अप्रैल के आरंभ में शुरू हो जाएगी कृषि मंत्रालय के दूसरे अनुमान के अनुसार इस रबी सीजन में गेहूं की रिकॉर्ड पैदावार 11.21 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया गया है।
Wheat Price: 1अप्रैल ,से शुरू होने वाले रबी विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का msp 2,125 रुपए प्रति क्विंटल तय किया हुआ है, जोकि पिछले रबी विपणन सीजन के मुकाबले 110 रुपये ज्यादा है। बल्कि उत्पादक मंडियों में गेहूं के दाम एमएसपी से अभी ज्यादा है।गेहूं और आटे की कीमतों मे कमी लाने की लिए सरकार के उपायों के तहत बुधवार को होने वाली छठे दौर की ई-नीलामी में fci थोक उपभोक्ताओं को 10.13 लाख टन गेहूं बेचेगी। केंद्र सरकार ने गेहूं कीमतों को नियंत्रित करने के लिए 50 लाख टन गेहूं खुले बाजार बिक्री योजना, ओ एमएसएस के तहत बेचने की घोषणा की है। इसमें से 45 लाख टन फ्लोर मिलों सहित थोक उपभोक्ताओं के लिए निर्धारित की गई है। एफसीआई ने अब तक हुई पांच दौर की ई-नीलामी में थोक उपभोक्ताओं को 28.85 लाख टन गेहूं की बिक्री की है।
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