शुक्रवार को विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतों में सुधार आने से घरेलू बाजार में भी सरसों दाम में सुधार देखने को मिला। सरसों कंडीशन जयपुर की कीमतों में ₹50 सुधार होकर सरसों का भाव 5150 रुपए प्रति कुंटल बोला गया। सरसों सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में दैनिक आवक 6.25 लाख बोरी की हुई।
पिछले 2 दिनों से व्यापारियों के मुताबिक अलनीनो से उत्पादन में प्रभावित होने की आशंकाओं के साथ नीचे दाम पर मांग निकलने से विश्व बाजार में खाद्य तेलों के दाम में तेजी आई है।
विशेषज्ञों की राय के अनुसार अमेरिका में सोयाबीन की फसल में गंभीर सूखे का सामना करना पड़ रहा है और अल नीनो के प्रभाव से एशिया में खाद्य उत्पादन पर भी असर पड़ने का डर बना हुआ है जिससे पिछले 2 दिन में विदेशी बाजारों में कीमत तेज हुई है। घरेलू तेल मिलों को डिस्पैरिटी का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण से छोटी तेल मिलें उत्पादन बंद हो चुका है।
शुक्रवार को जयपुर सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर का भाव को 19 रुपये तेज होकर भाव क्रमश 953 रुपये और 943 रुपये प्रति 10 किलो हो गई। इस दौरान सरसों खल की कीमत 5 रु तेज होकर 25550रुपये प्रति क्विंटल हो गए। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक 6.25 लाख बोरियों की ही हुई।
सरसों का भविष्य भाव
जानकारों के मुताबिक इस वर्ष के दूसरी 6 महीने पाम तेल की मांग में सुधार हो सकता है। मलेशिया में पाम तेल पर अल्लीनों का प्रभाव पड़ने का डर है और अमेरिका में शुष्क मौसम होने से सोयाबीन की फसल पर प्रभाव पड़ रहा है जिससे खाद्य तेलों के दाम में वृद्धि होने उम्मीद है
यहां से घरेलू सरसों का भाव और सरसों का तेल में तेजी मंदी काफी हद तक विदेशी खाद्य तेलों में आई तेजी या मंदी पर निर्भर करेगी। व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट:-व्यापार अपने विवेक से करें । आज हमने इस आर्टिकल में जाने की कोशिश की सरसों का भविष्य भाव। हमारा काम किसानों तक सही जानकारी पहुंचाना है। किसी भी फसल में तेजी आ मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। किसी भी लाभ या हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।