गेहूं की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए लगातार सरकार के द्वारा समय-समय पर बफर स्टॉक बिक्री योजना में बदलाव किए जा रहे हैं। बता दे की सरकार ने एक बार फिर गेहूं की बिक्री में 23.7 लाख टन गेहूं 31 मार्च 2024 तक और दिए जाने की घोषणा की गई है
गेहूं की कीमतों को कम करने के लिए 23.7 लाख टन
बता दे की सरकार के द्वारा अगस्त महीने में गेहूं खुले बाजार में 50 लाख टन बेचने की घोषणा की गई थी। अब देखना यह होगा की मिलिंग क्षमता के अनुसार गेहूं कितना मिल पाता है।
बता दे कि खुले बाजार में साप्ताहिक ओएमएसएस के तहत गेहूं बिक्री का ट्रेंड दिए जा रहा है लेकिन अभी भी देश भर में रोलर फ्लोर मिलों के पास अभी भी प्रोसेसिंग के अनुसार अभी भी गेहूं नहीं मिल पा रहा। जिसके चलते महंगाई पर अंकुश नहीं लगा है।
सरकार ने आज एक बार फिर 23.7 लाख गेहूं का ट्रेंड बढ़ती महंगाई को नियंत्रण में करने के लिए नए वित्त वर्ष के लिए अतिरिक्त देने की घोषणा की गई है। जिसके चलते बढ़ती हुई महंगाई में रुकावट पैदा की जा सके। पिछले बुधवार को 1.9 लाख टन गेहूं ही बिक पाया लेकिन गेहूं का 2 लाख टन गेहूं बिक्री के लिए ऑफर किया गया था।
सरकार सरकार के अनुसार सितंबर महीने की तुलना में अगस्त महीने में खाद्यान्न की महंगाई में 9.3 से कम होकर 7.93% रह गया है। लेकिन मौजूदा समय में आटा सूजी मैदा में अभी भी तेजी देखने को मिल रही है बता दे कि पिछले एक अक्टूबर को केंद्रीय पूल में गेहूं बंपर स्टॉक लगभग 205. 2 लाख टन रह गया है। लेकिन उससे पहले महीने में 240 लाख मिलिट्री टन के लगभग था।
लेकिन पिछले अगस्त महीने से लेकर 31 मार्च तक 50 लाख टन खुले बाजार में गेहूं की बिक्री का लक्ष्य रखा गया है जो कि इसमें 23.7 लाख टन और गेहूं बिक्री 31 मार्च तक बेचा जाएगा।
अगर इसी तरह रोलर फ्लोर मिलों और चक्कियों में सही मात्रा में गेहूं मिलता रहेगा तो गेहूं की कीमतों में तेजी पर विराम एक बार जरूर लगेगा लेकिन व्हाट्सएप का देखा जाए तो देश में रोलर फ्लोर मिलों की साप्ताहिक क्षमता 300 टन की है और अभी 100 टन मिल रहा है। इसीलिए मीनिंग के अनुसार गेहूं नहीं मिल रहा। इसलिए सरकार को गेहूं की महंगाई पर रोक लगाने के लिए रोलर फ्लोर को इसी अनुपात में गेहूं मुहैया करना होगा।
बता दे की सरकार के द्वारा पिछले महीने बड़ी कंपनियों को 3000 टन दिया जा रहा था जिसे अब काम करके 2000 तन कर दिया गया है। इसके बावजूद भी गेहूं की उपलब्धि अनुकूल नहीं होने के चलते बाजार कमजोर होने के बजाय निरंतर बढ़ रहा है और पिछले 15 दिनों के मध्य में लॉरेंस रोड पर गेहूं की कीमत में ₹100 तेजी देखने को मिली है। गेहूं क्वालिटी भाव 2700 से 2710 रुपए प्रति क्विंटल तक पंहुच गया है। अगर सरकार के द्वारा गेहूं की बिक्रिय टेंडर और अतिरिक्त किया जाता है तो बाजार में करेक्शन आने के चांस हैं। व्यापार अपने विवेक से करें।
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