गेहूं का भाव में पिछले दिनों से थोड़ी देर तेजी देखने को मिल रही है । वर्तमान में गेहूं उत्पादन में पोल आने की संभावनाएं लग रही है। क्योंकि गेहूं उत्पादक राज्य में गेहूं की आवक घट रही है। दूसरी और स्टॉक में माल जाने लगा है। इस वर्ष सरकार के द्वारा गेहूं की एमएसपी पर खरीदें लक्ष्य से कम खरीद हुई है। आइए जाने गेहूं का भाव बढ़ेगा या घटेगा, तेजी मंदी रिपोर्ट
गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट (गेहूं का भाव बढ़ेगा या घटेग)
पिछले वर्ष आए गेहूं का भाव में तेजी से इस वर्ष किसानों ने गेहूं के रखवा में बढ़ोतरी हुई लेकिन बेमौसम बारिश ओलावृष्टि से पंजाब हरियाणा राजस्थान उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में लग रहा है कि उत्पादन अनुमान से कम हुआ है।
गेहूं का सरकारी अनुमान
इस सीजन गेहूं का उत्पादन सरकार के अनुमान के अनुसार 1121.77 लाख मीट्रिक टन होने का लगाया गया। गेहूं उत्पादक मंडियों में जिस तरह से अब गेहूं की आवक और स्टाक को देखते हुए। जानकारों के मुताबिक गेहूं का उत्पादन 1160 से 1170 लाख मिट्रिक टन के बीच रहने का अनुमान लगाया है।
गेहूं के इस शुरुआती सीजन मई के पहले 2 सप्ताह में आवक का दबाव बढ़ा। जिससे लग रहा था कि गेहूं के उत्पादन में वृद्धि हुई है।। और सरकार के द्वारा खरीद लक्ष्य 341.50 लाख मीट्रिक टन को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
दिल्ली गेहूं की कीमत 2600 हो सकता हैं?
वर्तमान में गेहूं की कीमत में आ रहे सुधार से किसानों ने भी अपने माल को रोक लिया है और उत्तर भारत और दक्षिण भारत में स्टॉकिस्ट की लिवाली बढ़ी है। जिसको देखते हुए गेहूं की कीमत दिल्ली में ₹2600 प्रति कुंटल को भी पार कर सकता है।
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आगे आने वाले समय में गेहूं का भाव बढ़ेगा या घटेगा
हर वर्ष इस समय मंडियों में गेहूं की आवक का दबाव रहता है लेकिन इस बार ऐसा बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रहा है और उत्तर भारत की मंडियों में आवक कमजोर हो चुकी है इन सब परिस्थितियों को देखते हुए गेहूं में तेजी जारी रहेगी लेकिन सीजन में गेहूं में तेजी में सोचकर बढ़े भाव में माल भेजते भी रहना चाहिए। हालांकि गेहूं की कीमतों में तेजी मंदी सरकार के रुख पर भी निर्भर करेगी। व्यापर अपने विवेक से करें।
नोट:-व्यापार अपने विवेक से करें । आज हमने इस आर्टिकल में जाने की कोशिश की गेंहू का भाव बढ़ेगा या घटेगा। हमारा काम किसानों तक सही जानकारी पहुंचाना है। किसी भी फसल में तेजी आ मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। किसी भी लाभ या हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।