देश में गेहूं की मंडियों में गेहूं की आपूर्ति एवं स्टाक की कमी बनी हुई हैं, क्योंकि पिछले टेंडर के आर ओ में देरी हुआ है तथा एक साथ आई भारी गिरावट के बाद मंडियों में आवक घटने से ही नीचे वाले भाव में रोलर फ्लोर मिलों की मांग निकलने से 5-6 दिनों में 20/30 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ गई है। यहां जो नीचे में 2370 रुपए गत सोमवार को बिका था, उसके भाव 2400 रुपए बोलने लगे हैं।
गेहूं का भाव बढ़ेगा या नहीं
गेहूं में आगे फिर गेहूं का टेंडर है, उसमें शीघ्र आर ओ बनने के बाद गेहूं के भाव आपूर्ति बढ़ने पर घट जाएंगे। अभी हाजिर में मिलों एवं चक्कियों में माल की कमी होने से टेंपरेरी बाजार 20/25 रुपए सुधर सकते हैं, क्योंकि सरकार द्वारा पिछले दिनों टेंडर दिया गया है, लेकिन पाइपलाइन में माल कम है। व्यापार अपने विवेक से करें। किसी भी फसल में तेजी या गिरावट आने वाली समय की परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं।
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