केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री जन औषधि योजना में अपना कारोबार बेहतर नजर आया है। बता दें कि इस वर्ष देश में 1000 करोड रुपए की जेनेरिक दवाओं की बिक्री की गई है। जो की इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि में से एक है।
पीएम जन औषधि योजना : प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की शुरुआत सरकार की ओर से किया गया जिसके तहत जेनरिक दवा की बिक्री 1000 करोड रुपए तक की की गई है जो की इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि में से एक है और इस उपलब्धि में सबसे बड़ा योगदान देश के नागरिकों का है
बता दे की जन औषधि केंद्र जो 785 से ज्यादा जिलों में स्थित है। उनमें से आम नागरिकों ने दवाई की खरीदारी की जिसके चलते ही है का यह सफल हो पाया। और इन जेनेरिक दवाइयां को बेचकर सरकार ने करीब 500 करोड रुपए की बचत की है।
बीते 9 वर्ष में 100 गुना से ज्यादा औषधि केंद्र
बता दे कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2024 में सिर्फ पीएम जन औषधि केंद्र 80 की संख्या में थे जो कि आज के समय 10000 के केंद्र 2023 में हो चुके हैं। यानी बीते 9 साल में इन जन औषधि केंद्र की संख्या में 100 गुना तक वृद्धि हुई है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अपने भाषण में भी कहा गया की वर्ष 2026 तक देश में जन औषधि केंद्र की संख्या 25000 स्थापित करने का लक्ष्य है। और इस घोषणा के साथ ही पीएमबीआई निर्देश के अलग-अलग जिलों से आवेदन पत्र मांगे हैं।
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