प्लांट की मांग कमजोर होने के चलते सोयाबीन की कीमतों में बीते सप्ताह 50 से ₹100 औसतन गिरावट देखने को मिला। सोया तेल और सोयाबीन में आई कमजोरी के कारण सोयाबीन में मांग कमजोर हुई है बता दें कि सीजन के पहले दो महीने प्लांट में जमकर सोयाबीन की खरीदारी हुई थी। वही खल की एक्सपोर्ट मांग की मांग भरपाई हेतु भी खरीदारी में बढ़ोतरी देखने को मिली।
मौजूदा समय में भारतीय सोयमिल के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार से कीमत ऊपर है। इसलिए डिमांड को सपोर्ट नहीं मिल रहा। बता दे अर्जेंटीना और ब्राजील में सोयाबीन के उत्पादन में वृद्धि के चलते सोयाबीन की वैश्विक सप्लाई की कोई दिक्कत दिखाई नहीं दे रही।
बता दे जब तक सोया मिल और सोया तेल की डिमांड नहीं बनेगी तब तक सोयाबीन में तेजी की संभावना के आसार कम है। बता दे पिछले वर्ष की मुकाबले में सोयाबीन का घरेलू उत्पादन कमजोर हुआ है।
जिसके चलते सोयाबीन सीजन के शुरुआती महीना में भाव 700 से 800 रुपए प्रति क्विंटल तक तेजी देखने को मिली थी। और शुरुआती सीजन में आई तेजी पूरे वर्ष के लिए गंभीर होती है। जैसे बीते वर्ष भी हमें देखने को मिला।
सोयाबीन का भाव बढ़ेगा या घटेगा
सोयाबीन की वैश्विक सप्लाई और डिमांड को देखते हुए अब बड़ी तेजी की संभावना बहुत कम है। कोई भी रिकवरी अस्थाई रहेगी 5400 से ऊपर की कीमत निकालने की संभावना कम है। तेलों पर ड्यूटी में बढ़ोतरी और वायदा के शुरुआत के बिना सोयाबीन में टिकाऊ तेजी नहीं है। व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट : आज आपने जाना साप्ताहिक सोयाबीन तेजी मंदी रिपोर्ट(सोयाबीन का भाव बढ़ेगा या घटेगा 2024) सरसों भाव तेजी मंदी रिपोर्ट 2024। सरसों में तेजी आएगी क्या । व्यापार अपने विवेक से करे। किसी भी फसल में तेजी या मंदी आने वाली फसल की मांग और परिस्थितियों पर निर्भर करती है। किसी भी लाभ हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।