पिछला सप्ताह शुरुवात सोमवार जयपुर सरसों 5400 रुपये पर खुला था। ओर शनिवार शाम 5350 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग न रहने से -50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, सप्ताह के शुरुआत में आई बढ़त को कमजोर हो कर सप्ताह अंत तक सरसो के भाव नर्म पड़े।
सप्ताहिक सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
नयी फसल की आवक बढ़ने के बावजूद सप्ताह की शुरुआत में सरसो के भाव में बढ़ोतरी आई थी। नयी माल की क्वालिटी शुरुआत में क्रशिंग के अनुकूल नहीं होने से मिलों की पुराने माल की डिमांड मजबूत रही।
वहीं नाफेड की सरसो की क्वालिटी को देखते हुए अब खरीदारी धीमी हो गयी है। पुराना माल मजबूत हाथों में होने से भाव बढ़कर की जा रही है बिकवाली। हालाँकि आने वाले महीने में मौसम खुलने से सूखे और अच्छी क्वालिटी के माल की आवक बढ़ेगी।
बीते सप्ताह 32.75 लाख बोरी की आवक दर्ज की गयी जो उसके पिछले सप्ताह की तुलना में 3.5 लाख बोरी अधिक रही। सरसो तेल में आगे गिरावट आने की उम्मीद में व्यापारियों की डिमांड कमजोर बताई जा रही है। डिमांड कमजोर रहने से कच्ची घानी 1010 रुपये/10 किलो से फिसलकर 991 रुपये/10 किलो रह गया।
सरसो तेल का सोया तेल के साथ अंतर इस सप्ताह घटकर 7.5 रुपये/किलो रह गया। कमजोर निर्यात मांग और फसल की आवक के दबाव में सरसो खल में भी इस सप्ताह 50-60 रुपए/क्विंटल की गिरावट आयी।
इस वर्ष सरसो के उत्पादन में बढ़ोतरी, नाफेड और स्टॉकिस्ट के पास कैरी फॉरवर्ड स्टॉक होने से सरसो में फ़िलहाल तेजी की उम्मीद नहीं। सरसो की आवक 15 लाख बोरी तक पहुंचने तक स्टॉक करने से बचें।
सप्ताहिक सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट : जयपुर कंडीशन सरसो के भाव में 350-400 रुपय/क्विंटल, कच्ची घानी 4-5 रुपये/10 किलो और खल में 150-200 रुपये/क्विंटल की गिरावट आने का अनुमान। व्यापार अपने विवेक से करें।
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नोट 👉 आज आपने जाना 2024 में क्या सरसों के भाव में तेजी आएगी, जाने सप्ताहिक सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट। किसी भी फसल का व्यापार करने से पहले एक बार अपने विवेक से व्यापार करें क्योंकि आने वाली समय में फसल और मौसम कैसा रहेगा उन पर भी तेजी मंदी काफी हद तक निर्भर करती है।