Mustard price: किसानों और व्यापारियों को लगातार सरसों का भाव में आ रही गिरावट से अबकी बार काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। एमएसपी से सरसों के दाम लगातार नीचे चल रहे हैं। सोमवार को तेल मिलों की सीमित मांग होने से घरेलू बाजार में सरसों की कीमत स्थिर रहे।
सरसों का भाव स्थिर (sarso bhav)
कंडीशन जयपुर सरसों का भाव 5225 रुपए प्रति कुंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर रहे।जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें सोमवार को 7-7 रुपये तेज होकर भाव क्रमश – 978 रुपये और 968 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 20 रुपये तेज होकर भाव 2500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 9.50 लाख बोरियों की हुई ।
व्यापारियों के मुताबिक विदेशी बाजार में खाद्वय तेलों में गिरावट जारी है, लेकिन नीचे दाम पर घरेलू मिलें तेल की बिक्री नहीं कर रही है। इसलिए आयातित खाद्वय तेलों के
दाम कमजोर होने के बावजूद भी घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतों में सुधार आया। हालांकि व्यापारी अभी बड़ी तेजी के पक्ष में नहीं है । चालू सीजन में सरसों का
उत्पादन अनुमान तो ज्यादा है ही, साथ ही किसानों के पास बकाया स्टॉक ज्यादा होने से बिकवाली बराबर बनी हुई है। इसलिए घरेलू खाद्वय तेलों की कीमतों में गिरावट को मजबूती मिली है।
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर जुलाई डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध में 31 रिंगिट यानी 0.85 फीसदी की गिरावट आकर भाव 3,617 रिंगिट प्रति टन रह गए | इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतें 0.04 फीसदी नीचे थी, जो लगातार छठे सत्र में कमजोर हुई। डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 0.2 फीसदी कमजोर हो गया, जबकि इसका पॉम तेल वायदा अनुबंध 0.7 फीसदी टूट गया। सबसे बड़े पाम तेल उत्पादक इंडोनेशिया ने 16-31 मई की अवधि के लिए क्रूड पाम तेल के संदर्भ मूल्य को पिछले महीने की तुलना में घटकर 893.23 डॉलर प्रति टन कर दिया है, जिससे मलेशिया में पाम तेल की कीमतों पर दबाव बढ़ गया ।
जानकारों के अनुसार इंडोनेशिया में मई में पाम तेल का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है। उधर अमेरिका में सोयाबीन के रिकार्ड उत्पादन का अनुमान है।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक सोमवार को 9.50 लाख बोरियों की हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक 7.50 लाख बोरियों की ही हुई थी । कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 5 लाख बोरी, मध्य प्रदेश 1.15 लाख बोरी, उत्तर प्रदेश 85 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा 75 हजार बोरी तथा गुजरात 50 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 1.25 लाख बोरियों की आवक हुई।
तेजी या मंदी
जानकारों के अनुसार बाजार में सरसों की कीमतों में हल्का सुधार तो आ सकता है लेकिन अभी बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। व्यापर अपने विवेक से करें।
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नोट 👉 आज इस रिपोर्ट में अपने जाना सरसों का भाव भविष्य तेजी मंदी रिपोर्ट । आप ऐसे ही हर रोज हमारी वेबसाइट से सभी मंडियों के ताजा भाव तेजी मंदी रिपोर्ट और वायदा बाजार भाव देखें। हमारी कोशिश रहती है कि किसानों और व्यापारी भाइयों को सही और सटीक जानकारी दी जाए लेकिन फिर भी व्यापार अपने विवेक से करें। किसी भी फसल में तेजी या मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती है। व्यापर में हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।