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सरसों की कीमत में उतार चढ़ाव जारी, जानें सरसों भाव में आगे आएगी तेजी या फिर गिरावट, जानें सप्ताहिक सरसों रिपोर्ट

सरसों की कीमत में उतार चढ़ाव जारी, जानें सरसों भाव में आगे आएगी तेजी या फिर गिरावट, जानें सप्ताहिक सरसों रिपोर्ट

Sarso Ka Bhav Update: पिछला सप्ताह सुरुवात सोमवार जयपुर सरसों नयी 5525 रुपये पर खुला था। ओर शनिवार शाम 5450 रुपये पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के दौरान सरसो में मांग न रहने से -75 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, आवक के दबाव में सरसों की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज किया गया। इस सप्ताह सरसों की आवक में सुधार हुआ है क्योंकि किसानों द्वारा फसल की बिकवाली बढ़ी है।

मिल डिलीवरी भाव में मिला जुला रुख दिखा, कुछ मिलों ने दरों में बढ़ोतरी की, जबकि अन्य ने खरीद भाव में कटौती की*

इस सप्ताह जयपुर में सरसों के भाव 50-75 रुपए प्रति क्विंटल गिरकर 5450-5475 पर आ गए वहीं उच्च स्तर से सोया और पाम में कमजोरी से सरसों तेल पर भी दबाव दिखा।

इसके अलावा ऊपरी स्तर पर मांग की कमी के कारण कच्ची घानी की कीमतों में 5-10 रुपये प्रति 10 किलो की मामूली गिरावट आई। मौजूदा स्तर पर सरसों खली और डीओसी की कीमतें स्थिर नजर आ रही हैं। सरसों को लेकर इस समय खरीददारों और विक्रेताओं के बीच खींचतान चल रही है।

खरीदारों को अभी भी सरसों की कीमतों में 300-350 रुपये की गिरावट का इंतजार है। सरकारी खरीद भी अब शुरू हो चुकी है और अब तक 72000 टन से अधिक खरीदारी हो चुकी है।

कांडला सोया तेल और जयपुर कच्ची घानी के बीच का अंतर लगभग 7 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ गया। पिछले साल भी इसी समय सोया और सरसों तेल में 6-7 रुपये किलो का अंतर था।

इस साल सभी कारक पिछले साल से काफी मिलते-जुलते हैं, यही कारण है कि हम सरसों में पिछले वर्ष के सामान ही हलचल देख रहे है।

पिछले साल फरवरी अंत से मध्य अप्रैल तक सरसों की कीमतों में 375 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी लेकिन इस साल अधिक उत्पादन के कारण अब तक केवल 125 रुपये की तेजी दर्ज की गई है।

सरसों की कीमतों में बड़ी उछाल के लिए सोया तेल की कीमतों को 1050 से ऊपर जाना होगा। हालाँकि, सन आयल और सोया तेल की बढ़ती आपूर्ति के कारण, यह संभावना कम ही है कि यह इसके पार जाएगा।

इसलिए अगले कुछ हफ्तों तक सरसों की कीमतें एक सिमित दायरे में रह सकती हैं लेकिन मौजूदा स्तर पर लंबी अवधि के लिए सरसों का स्टॉक करना अभी भी अनुकूल नहीं है।

व्यापारियों को लम्बी अवधि के दृष्टिकोण के लिए अप्रैल के अंत से मई के मध्य तक खरीदारी के लिए इंतजार करने का सुझाब देता है। हम जून के बाद कभी भी सरसों में एक तेजी की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन इसके लिए सही स्तर पर खरीदारी करना जरूरी है।

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नोट 👉 आज आपने जाना सरसों का भविष्य 2024 जानें सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट । किसी भी फसल का व्यापार करने से पहले एक बार अपने विवेक से व्यापार करें क्योंकि आने वाली समय में फसल और मौसम कैसा रहेगा उन पर भी तेजी मंदी काफी हद तक निर्भर करती है। व्यापार में लाभ या हानि होने पर हम जिम्मेवार नहीं है।

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