किसानों को इस सीजन की शुरुआत से ही सरसों के भाव में आई गिरावट से निराश है। हाल ही में सरसों के दाम एमएसपी से करीब 700 से ₹800 प्रति क्विंटल गिरावट के साथ बोले जा रहे हैं। पिछले 2 साल सरसों के कीमत एमएसपीसी ऊपर रहने से किसानों को इस फसल ज्यादा मुनाफा मिलने की संभावनाओं से बुवाई ज्यादा हुई। क्योंकि यह अन्य फसलों के मुकाबले कम मेहनत और थोड़ा कम खर्चा भी आता है। इस सीजन सरकार के द्वारा एमएसपी पर सरकारी खरीद बहुत कम हो पाई।
सरसों की फसल में हुआ नुकसान (सरसों एमएसपी खरीद)
इस सरसों की फसल में किसानों को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है पहले जनवरी महीने में सुखी सर्दी से फसलों को काफी नुकसान हुआ। उसके बाद फसल पकने के समय बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से भी किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। बाकी की रही सही कसर सरसों के भाव में आई गिरावट ने पूरी कर दी। किसानों को इस वर्ष सरसों की कीमतों को लेकर जो किसानों का सपना था वह मिट्टी में मिल गया।
सरसों एमएसपी खरीद तारीख बढ़ी
किसानों के लिए खुशखबरी यह है कि केंद्र सरकार ने सरसों की सरकारी खरीद समय बढ़ा कर 14 जुलाई कर दिया गया है। ऐसे में अब किसानों को सरसों एमएसपी पर पूरी खरीद हो सके। इसलिए राज्य सरकार बारदाना की पूर्ण वह जल्द से जल्द व्यवस्था करें। ताकि किसान अपनी सरसों की फसल को एमएसपी पर बेंच पाए।
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