सितंबर महीने के मानसून 2022 में हुईं बारिश के कारण फसलें ख़राब हो गई थी । अधिक जलभराव से जिले में नरमा की फसल में ज्यादा नुक्सान हुआ था। जिला पदाधिकारी द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार जिले में कुल 1.50 लाख एकड़ में फ़सल बर्बाद हो गई थी। इसमें लगभग 75 हजार एकड़ जमीन पर नरमा (cotton) की फसल बर्बाद हुई , और 3520 एकड़ धान तथा 23 हजार 424 एकड़ जमीन पर अन्य फसलें बर्बाद हुई थी।
आपकों बता दें कि फतेहाबाद जिले में लगभग 1.60 हजार एकड़ भूमि पर नरमे की बुआई थी। ऐसे में 78 हजार एकड़ फसल खराब होने का मतलब है जिले में नरमा की 50 फीसदी फसल खराब
गौर करने वाली बात यह है कि अधिकारियों के द्वारा की गई गिरदावरी रिपोर्ट में गैर बीमित फसलों को शामिल किया गया है. लेकिन यदि बीमित नरमा की फसल के नुकसान को और जोड़ दिया जाए तो यह नुकसान 50% से भी अधिक बनाता है। अधिकारी ने सितंबर फसल में हुए नुकसान की रिपोर्ट अब भेजी है इस कारण से किसानों को मुआवजा मिलने में और अधिक समय लग सकता है।
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