भारत में धान की खेती बड़े स्तर पर की जाती है और यह लगभग हर राज्य में धान की पैदावार ली जाती है किसानों को किसम का सही चुनाव ना होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है अगर किसान भाई खेती करने से पहले सही किसम का चुनाव करें तो बीमारियों से अधिक पैदावार वाली किस्म का चुनाव कर सकते हैं।
बासमती धान की किस्म
किसानों के द्वारा पूरे देश में धान की बुवाई का कार्य आरंभ हो चुका है और किसानों ने धान की नर्सरी भी डालना स्टार्ट कर दिया है इस बार भारत में जून के पहले सप्ताह में मानसून का आने की संभावना है।
पूसा बासमती-6 (पूसा- 1401)
इस धान की किस्म एक बोनी किस्म मानी जाती है। और यह वैरायटी वर्षा के पानी से अपनी जरूरत को लगभग पूरा कर लेती है और यह एक सिंचित वैरायटी है। और यह वैरायटी बेमौसम बारिश या तेज हवा चलने से किसानों में नीचे नहीं गिरते । धान की वैरायटी की पैदावार की बात की जाए तो 55 से 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर किसान भाई पैदावार ले सकते हैं।
उन्नत पूसा बासमती-1 (पूरा- 1460)
किसान भाइयों इस वैरायटी को पकने में लगभग 135 दिन का समय लगता है यह की किस्म भी पूसा बासमती 6 के जैसे ही एक सिंचित किस्म होने के साथ साथ रोग प्रतिरोधी किस्म है इस को पकने का समय लगभग 135 दिन का रहता है और इसकी पैदावार एक हेक्टेयर में 50 से 55 क्विंटल तक ले सकते हैं।
पूसा बासमती- 1121
किसान भाई धान की इस किस्म की पैदावार लेने के लिए किसी भी भूमि या क्षेत्र में की जा सकता है और इस कसम का पकने का कार्य 145 दिन का रहता है।
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