नमस्कार व्यापारी और किसान भाइयों हमारी वेबसाइट पर आप हर रोज सभी मंडियों के ताजा भाव में तेजी मंदी रिपोर्ट के सही और सटीक जानकारी देखने को मिलती है। आज आप इस रिपोर्ट के द्वारा जानेंगे चना का भविष्य 2023, चने का भाव कब बढ़ेगा, 2023 में चना का भाव क्या रहेगा? जानते हैं ताजा खबर
चना का भविष्य 2023 ( चने का भाव कब बढ़ेगा)
चना सप्ताहिक रिपोर्ट: पिछला सप्ताह शुरुआत सोमवार दिल्ली राजस्थान लाइन नया 5125 रुपये पर खुला था और शनिवार शाम चना 5075 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान चना दाल बेसन में मांग कमजोर रहने से -50 रूपये प्रति कुन्टल की गिरावट दर्ज हुआ,चना बाजार मे पिछले सप्ताह मिलाजुला रूख नाफेड दवारा बम्पर खरीदी और चना दाल में औसत मांग प्रभाव एमएसपी 5335 से काफी निचे होने से अधिकतर किसानों की बिक्री नाफेड को रही है। चूँकि अधिकतर स्टॉक नाफेड की जा रही है इसलिए मंडियों में आवक कमजोर है। मध्य प्रदेश के कई किसानों ने पहले चना मंडियों में बेच दिया और जानकारी के अनुसार अब वे महाराष्ट्र के विदर्भ से चना लेकर नाफेड को दे रहे हैं।
हम देखे भी रहे हैं की धीरे धीरे मध्य प्रदेश में नाफेड द्वारा चना खरीदी बढ़ी है। इस वर्ष महाराष्ट्र और दक्षिण राज्यों में चना उत्पादन अच्छा रहा और भाव कम रहने से नाफेड को अच्छी मात्रा में चना मिला लेकिन कृषि बाजार भाव सर्विस के सर्वे के अनुसार देश में चना की टोटल फसल कमजोर है। जून माह से मंडियों में चना की आवक कमजोर पड़ेगी और मिलर्स को चना नफेड के पास से चना खरीदना पड़ सकता है। चना का फंडामेंटल अच्छा है। लेकिन नाफेड के पास अधिक स्टॉक होने से भविष्य उसकी बिक्री निति पर निर्भर वर्तमान भाव में चना में रिस्क कम और आएगी शादी ब्याह और खपत का सीजन है इसलिए शार्ट टर्म के लिए खरीदी किया सकता है। दिल्ली चना (राजस्थान) को 5000 का मजबूत सपोर्ट जबकि 5400 पर मजबूत सपोर्ट । यदि दिल्ली चना (राजस्थान) 5400 के ऊपर निकले तो 5800-6000 तक आए तो आश्चर्य नहीं
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काबुली चना सप्ताहिक रिपोर्ट: पिछला सप्ताह शुरुआत सोमवार इंदौर काबुली (40/42) 12,400 रुपये पर खुला था और शनिवार शाम (40/42) 12,400 रुपये पर बंद हुआ। बीते सप्ताह के दौरान काबुली चना मे स्थिर दर्ज हुआ काबुली के दाम में पिछले सप्ताह रही स्थिरता काबुली में घरेलु और निर्यात मांग सामान्य रहा। मंडियों में आवक कमजोर लेकिन सामान्य मांग की पूर्ति के लिए काफी हालांकि काबुली की फसल अच्छी बोआई के बाद इस साल यील्ड में कमजोरी के कारण कम बताई जा रही जानकारों के अनुसार इस साल हलके- मीडियम क्वालिटी अधिक है और बोल्ड क्वालिटी की काफी कमी है।अंतराष्ट्रीय बाजार में भी बोल्ड क्वालिटी काबुली का स्टॉक कमजोर है। और भाव भी ऊँचे है। भारतीय काबुली का निर्यात इस सीजन बेहतर रहने की उम्मीद दिग्गज कारोबारी जाता रहे हैं। हमारा मानना है की काबुली में 11700 के निचे कमजोरी जबकि 12900 के ऊपर तेजी। विदेशों में फसल और निर्यात बढ़ने की उम्मीद को देखते हुए काबुली का भविष्य उज्वल रह सकता है।
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नोट:-व्यापार अपने विवेक से करें । आज हमने इस आर्टिकल में जाने की कोशिश की चना का भविष्य 2023। हमारा काम किसानों तक सही जानकारी पहुंचाना है। किसी भी फसल में तेजी आ मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। किसी भी लाभ या हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।