किसानों के द्वारा बोली गई ग्वार की फसल में समय पर कीटनाशकों का प्रयोग करना जरूरी है। क्योंकि इस मानसून की बारिश होने से नमी होने के चलते कई बीमारियां फसल पर लग जाती है।
अगर किसानों के द्वारा आज के समय बसंती समय पर देखभाल ना करने से कीटों का प्रकोप बढ़ जाता है और पैदावार भी कम होती है इसलिए आज हम आपको बताएंगे ग्वार की फसल में झुलसा रोग आने की खबरें मिल रही है इस को ध्यान में रखते हुए किसानों को अपनी फसल का समय-समय पर निरीक्षण करते रहना।
किसान भाइयों अभी ग्वार की फसल में झुलसा रोग होने की खबरें मिल रही है। झुलसा रोग को बैक्टिरियल ब्लाईट कहा जाता है । किसानों के द्वारा ग्वार की फसल में अगर समय पर इसकी रोकथाम ना किया जाए तो यह धीरे-धीरे रोग खेत में अपनी पकड़ मजबूत बना लेता है और फसल पूरी तरह से इस रोग से ग्रसित हो जाती है।
किसान भाई इस ग्रुप को समाधान करने के लिए 500 लीटर पानी मे COC – 1 किलो और स्ट्रेपटोसाइक्लिन की 20 पुड़िया (पैकेज) का प्रयोग करें।
विशेष नोट – किसान साथियों अडवांस में स्प्रे करने की कोशिश करें , बिमारी आने के बाद खर्चा भी ज्यादा लगता हैं और पैदावार भी घटती हैं।
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नोट 👉 किसान भाइयों हमारे द्वारा दी गई जानकारी मीडिया स्त्रोत से ली गई है। खेती में प्रयोग होने वाली दवा के बारे में एक बार अपने आसपास डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।