WhatsApp Group 

Join करें 




Telegram Group में जुड़े

Join करें


Facebook  पर जुड़े

Join करें

 

Mustard price: आयातित खाद्य तेलों के रेट तेज होने से सरसों का भाव में तेजी, जानें तेजी मंदी रिपोर्ट

विदेशी आयातित खाद्य तेलों के रेट तेज होने से घरेलू बाजार में शुक्रवार को सरसों का भाव में तेजी दर्ज की गई। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शुक्रवार को पांच-पांच रुपये तेज कमजोर भाव क्रमश – 1005 रुपये और 995 रुपये प्रति 10 किलो हो गए । इस दौरान सरसों खल के दाम 45 रुपये तेज होकर 2500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।। इस दौरान उत्पादक राज्य में सरसों की दैनिक आवक 7.50 लाख बोरियों के स्थिर बनी रही ।

Whatsapp ग्रुप में जुड़ना चाहते हैं तो 👉 यहां पर दबाएं 

सरसों का भाव में तेजी या गिरावट 

व्यापारियों के मुताबिक विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में आई मजबूती से सरसों एवं इसके तेल के भाव तेज हुए हैं, हालांकि अप्रैल में पाम तेल भारत में आयात में कमी देखी गई है । उधर ब्राजील में सोयाबीन का उत्पादन अनुमान ज्यादा है। ऐसे में विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में हल्की तेजी तो बन सकती है, लेकिन लंबी तेजी टिक नहीं पायेगी।

डेरिवेटिव्स बुर्सा मलेशिया एक्सचेंज, बीएमडी पर जुलाई डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध में 172 रिंगिट की तेजी आकर भाव 3,597 रिंगिट प्रति टन हो गए। इस दौरान शिकागो में जुलाई वायदा अनुबंध में सोया तेल के दाम 0.84 फीसदी तेज हुए। घरेलू मांग बढ़ने एवं उत्पादन स्थिर रहने से मलेशिया में पाम तेल की इन्वेंट्री घटकर 11 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई । 

चालू रबी सीजन में सरसों के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है, जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर खरीद सीमित मात्रा में ही हो पाई है। अत: किसानों के साथ ही व्यापारियों के पास सरसों का बकाया स्टॉक ज्यादा है, इसलिए सरसों दैनिक आवक उत्पादक मंडियों में बनी रहेगी। हालांकि जानकारों के अनुसार सरसों के भाव में अभी बड़ी गिरावट के आसार नहीं है ।

देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक शुक्रवार को 7.50 लाख बोरियों की हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में भी आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी । कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 3.75 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 90 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 70 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 80 हजार बोरी तथा गुजरात में 40 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 95 हजार बोरियों की आवक हुई।

इसे भी पढ़ें 👉देशी चना काबुली चना भाव भविष्य आगे तेजी या गिरावट जानें पूरी रिर्पोट

इसे भी पढ़ें 👉 सभी मंडी में सरसों का भाव देखें 

नोट:-व्यापार अपने विवेक से करें । आज हमने इस आर्टिकल में जाने की कोशिश की सरसों का भाव भविष्य। हमारा काम किसानों तक सही जानकारी पहुंचाना है। किसी भी फसल में तेजी आ मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। किसी भी लाभ या हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।

Leave a Comment

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: