मंगलवार को तेल मिलों की सीमित मांग होने से घरेलू बाजार में सरसों की दाम स्थिर हो गए। इस दौरान जयपुर में सरसों कंडीशन के भाव 5450 रुपए प्रति कुंटल पर स्थिर रहे। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें मंगलवार को एक-एक रुपये कमजोर होकर भाव क्रमश: 1021 रुपये और 1011 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान सरसों खल के दाम 10 रुपये कमजोर होकर 2525 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। सरसों की दैनिक आंख में भी हमें कोई बदलाव देखने को नहीं मिला और 8.50 लाख बोरी की हुई।
विदेशी बाजार (sarso Bhav)
व्यापारियों की मानें तो विदेशी बाजार में खाद्य तेलों में मिला जुला रुख देखने को मिला। मलेशिया पाम तेल वाया शिकागो में सोया तेल के दाम शाम को सुधार हुआ।
उधर डालियान में सोया तेल कमजोर हुआ, जबकि पाम तेल के दाम बढ़ गए। जानकारों के माने तो घरेलू बाजार में सरसों तेल में मांग सामान्य के मुकाबले कमजोर हुई, लेकिन तेल मिलों नीचे दाम पर बिकवाली नहीं कर रही है। इसलिए घरेलू बाजार में सरसों एवं इसके तेल की कीमतों में ज्यादा मंदे के आसार नहीं है।
सरसों का स्टॉकिस्टों के पास उंचे दाम का स्टॉक है, जबकि किसान भी इन भाव में बिकवाली कम कर रहे हैं। इसलिए सरसों की कीमतों में बड़ी गिरावट के आसार नहीं है। हालांकि इसकी कीमतों में तेजी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों के दाम पर भी निर्भर करेगी। सरसों तेल एवं खल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है इसलिए तेल मिलों सरसों की खरीद जरूरत के हिसाब से ही कर रही हैं।
मलेशिया में अप्रैल के अंत में पाम उत्पादों के कम स्टॉक की उम्मीद के साथ ही एल नीनो से प्रतिकूल मौसम के साथ ही निर्यात में बढ़ोतरी की संभावना को देखते हुए मलेशियाई पाम तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट के आसार नहीं है।
बुधवार को मलेशियाई पाम ऑयल बोर्ड (एमपीओबी) अप्रैल के आपूर्ति और मांग के आंकड़े जारी करेगा। जानकारों के अनुसार पाम उत्पादों के उत्पादन में भारी गिरावट आने का अनुमान है। बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर जुलाई डिलीवरी महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के दाम 42 रिंगिट तेज होकर 3,804 रिंगिट प्रति टन हो गए।
इस दौरान शिकागो में जुलाई वायदा अनुबंध में सोया तेल की कीमतें 0.05 फीसदी तेज हुई। डालियान का सबसे सक्रिय सितंबर सोया तेल वायदा अनुबंध 0.26 फीसदी कमजोर हुआ, जबकि इसका पाम तेल सितंबर वायदा अनुबंध 0.42 फीसदी तेज हुआ।
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक मंगलवार को 8.50 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 4.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 1.5 लाख बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 80 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 85 हजार बोरी तथा गुजरात में 45 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में एक लाख बोरियों की आवक हुई।
व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ना चाहते हैं तो 👉 यहां पर दबाएं
इसे भी पढ़ें 👉सिंचाई योजना: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 85% सब्सिडी, जानें पूरा तरीका
नोट 👉 आज इस रिपोर्ट में अपने जाना सरसों का भाव कब बढ़ेगा। आप ऐसे ही हर रोज हमारी वेबसाइट से सभी मंडियों के ताजा भाव तेजी मंदी रिपोर्ट और वायदा बाजार भाव देखें। हमारी कोशिश रहती है कि किसानों और व्यापारी भाइयों को सही और सटीक जानकारी दी जाए लेकिन फिर भी व्यापार अपने विवेक से करें। किसी भी फसल में तेजी या मंदी आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करती है। व्यापर में हानि होने पर सुपर मंडी भाव जिम्मेवार नहीं है।