बासमती धान में बीते एक सप्ताह से कीमतों में आई तेजी से किसान खुश हैं। बीते दिनों हड़ताल की गई थी जिसके हटते ही बासमती खरीद में वृद्धि हुई है जिसके चलते धान की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। बासमती की कीमतों में प्रति क्विंटल लगभग ₹500 तक तेज हुआ है
बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट
इस समय धान का सीजन चल रहा है और बासमती धान की दाम में काफी ऊपर नीचे देखने को मिल रहा है। व्यापारियों और धान विशेषज्ञ के अनुसार निर्यात के साथ-साथ मांग में निरंतर उतार चढ़ाव हो रहा है और कीमतों में और अधिक ऊपर नीचे होने वाला है। विशेषज्ञों के माने तो आगामी दिनों में धान 1121 वैरायटी की कीमतों में और तेजी होने की संभावना हो सकती है।
जिसके चलते बीते वर्ष के मुकाबले इस बार कीमत ऊपर जाने की संभावना है। बासमती धान की निर्यात मांग में वृद्धि हो रही है। और भारतीय चावल के निर्यात मांग में भी लगातार वृद्धि हो रही है। बता दें कि विदेशों में बासमती का निर्यात वर्ष 2021-22 के दौरान लगभग 39 लाख टन हुआ जो की वर्ष 2022-23 के समय बासमती का निर्यात लगभग 49 लाख टन हुआ था।
जबकि भारत सरकार के द्वारा चावल निर्यात में केवल बासमती चावल को ही अनुमति दी गई है। देश में चावल की लगातार बढ़ती कीमत को घटाने के लिए गैर बासमती चावल निर्यात पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया गया। वहीं बासमती पर एमईपी लगाया गया है।
ताकि निर्यात में कमी हो और घरेलू बाजार में चावल के दाम को नियंत्रित किया जा सके। लेकिन जिसके चलते हड़ताल किया गया और दान का रेट काफी गिरावट की तरफ चला गया था। लेकिन जैसे ही हड़ताल को खत्म किया गया। धान में एक बार फिर तेजी देखने को मिली।
सरकार के द्वारा लगाई गई धान के निर्यात पर एमईपी को कम करने के लिए निर्यातक और सरकार के बीच बातचीत है वह चल रही है निर्यात बैठक के बाद अभी भी फैसला लिया जाना बाकी है
धान की कीमत भिन्न-भिन्न मंडियों में तेजी देखने को मिली है लेकिन धान के भाव में काफी अंतर देखने को मिल रहा है। व्यापार अपने विवेक से करें।
इसे भी पढ़ें 👉दिवाली के बाद फिर सोना और चांदी की कीमत में आया उछाल, जानें आज क्या है रेट
इसे भी पढ़ें 👉 Pm Kisan Yojana: 8 करोड़ किसानों को आज पीएम किसान योजना की 15वीं किस्त, जल्दी जानें पूरी खबर
सोना चांदी व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉यहां पर दबाएं
सरकारी योजना व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े 👉यहां पर दबाएं
नोट आज हमने जाना धान बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट। किसी भी तरह का व्यापार करने से पहले अपने विवेक से करें क्योंकि किसी भी फसल में तेजी या मंदी आने वाली परिस्थितियों पर भी निर्भर करती है।