इस साल देश के अधिकतर राज्यों में बढ़ता हुआ तापमान फसलों के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। बात की जाए पिछले 1 सप्ताह में दिन का तापमान 3 से 4 डिग्री तापमान और रात को दो से 3 डिग्री तापमान बढ़ गया है। बढ़ता हुआ तापमान गेहूं चना और सरसों के उत्पादन के लिए अच्छा नहीं माना जाता। गेहूं का उत्पादन करने वाले राज्य हरियाणा पंजाब उत्तर प्रदेश और राजस्थान मध्य प्रदेश कुछ एरिया में तापमान 40 को आसपास पहुंच गया है।
गेहूं की कीमत में आई तेजी (wheat price)
देश में घरेलू बाजार में गेहूं और आटे की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर सरकार ने बड़े कदम उठाए और 15 दिन पहले 30 लाख टन गेहूं खुले बाजार में उतारने का निर्णय लिया गया । इससे गेहूं की धाम में 500 से 800 तक की गिरावट देखने को मिलेगी। लेकिन इसी बीच गेहूं के उत्पादन में गिरावट की आशंका को देखते हुए। गेहूं में आई हुई गिरावट तेजी की तरफ रुख करने लगी है।। दिल्ली लारेंस रोड गेहूं की कीमत में 75 रुपए की तेजी के साथ भाव 2350 रुपए से 2375 रुपए बोला जाने लगा।
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गेहूं विशेषज्ञ कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि गेहूं अब दाना विकसित करने के अंतिम पड़ाव पर है और इस समय दिन का तापमान लगभग 25 डिग्री और रात का तापमान 14 डिग्री के आसपास होना चाहिए। जबकि कई स्थानों पर यह दिन में 30 से 32 डिग्री और रात में लगभग 16 डिग्री को छूने लगा है। पिछले साल भी इन्हीं दिनों के आसपास दिन का तापमान बढ़ने से गेहूं के उत्पादन में 8 से 10 प्रतिशत की गिरावट आ गई थी और ऊंचे भाव मिलने के कारण इस बार किसानों ने लगभग 25 प्रतिशत तक रकबा बढ़ा दिया।
इस साल गेहूं लगभग 343 लाख हैक्टेयर में है और उत्पादन 1120 लाख टन होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन बढ़ते तापमान से पिछले साल से अधिक संकट गहराता दिखाई दे रहा है। गेहूं के साथ-साथ सरसों और चना के उत्पादन पर भी असर पड़ने की संभावना है।