यूरिया का उपयोग गेहूं की फसल (Urea in wtheat Crop) में कब तक करें, और कितना डालना चाहिए, यूरिया का उपयोग करने के तरीके क्या रहेंगे लिए जानते हैं
गेहूं में यूरिया खाद। (Urea in wtheat Crop)
गेहूं के फसल में किसानों को यूरिया का उपयोग कई किसान ज्यादा करते हैं। तो बहुत से किसान सही मात्रा में ही डालते हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि गेहूं की फसल में यूरिया कब तक डालना चाहिए और कितना डालना चाहिए। यूरिया का उपयोग किसान दो या तीन भागों में करते हैं। लेकिन बहुत से किसान तीन बैग से भी ज्यादा अपनी फसल में यूरिया का उपयोग करते हैं। गेहूं की फसल में यूरिया का उपयोग ज्यादा नहीं करना चाहिए जिससे फसल को नुकसान भी हो सकता है बता दें कि कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक गेहूं की फसल में यूरिया Urea in wtheat Crop की मात्रा और किसानों को समय कितना डालना चाहिए इसकी पूरी जानकारी जानने के लिए आप सुपर मंडी भाव से जुड़े रहें लास्ट तक जरूर पढ़ें
गेहूं में यूरिया खाद कितने दिन तक डालना सही रहता है
Urea in wtheat Crop: किसानों के द्वारा गेहूं की फसल में तीन से ज्यादा बार भी बहुत अच्छे किसान यूरिया का उपयोग करते हैं बता दें कि किसान गेहूं की फसल की बुवाई के साथ ही यूरिया का उपयोग बहुत से किसान करते हैं। और जो किसान बुवाई के समय यूरिया नहीं डालते है वे पहली सिंचाई यानी 20 से 25 दिन गेहूं हो जाने के साथ देते हैं। और इस प्रक्रिया को लंबे समय तक जारी रखते हैं। बता दे कि किसानों को गेहूं की फसल में 60 दिन के बाद यूरिया का उपयोग में नहीं लाना चाहिए। अगर गेहूं की फसल में 60 दिन हो जाने के बाद भी यूरिया का इस्तेमाल किसान अपनी फसल में करेंगे तो इससे Urea in wtheat Crop नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं बता दे की गेहूं की फसल 60 दिन होने के बाद गोभ की अवस्था में पहुंच जाता है और बालियां बनने शुरू हो जाती है।
गेहूं की फसल में यूरिया डालने से कब होगा नुकसान। Urea in wtheat Crop
गेहूं की फसल में यूरिया का प्रयोग बेहद जरूरी है और इस चीज को किस भी समझते हैं लेकिन गेहूं के फसल में 60 दिन की हो जाने के बाद गेहूं का उपयोग करना किसानों के लिए नुकसानदायक हो सकता है क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं वह आप इस नीचे दिए गए तालिका में देखें
1. गेहूं की फसल में 60 दिन के बाद यूरिया डालने से गेहूं की फसल में लंबाई ज्यादा बढ़ने लगती है। जिससे फसल गिरने का खतरा होता है जिससे उत्पादन कम होने की संभावना बढ़ जाती है
2. क्योंकि फसल में यूरिया का ज्यादा उपयोग करने के चलते फसल में फंगस के साथ-साथ अन्य कीट रोग भी ज्यादा मात्रा में देखने को मिलते हैं।और ज्यादा उपयोग होने से फसल में तना कमजोर और नरम हो जाता है।
3. यूरिया के अत्यधिक प्रयोग करने के चलते जमीन के उपजाऊ शक्ति भी कमजोर होती है क्योंकि यूरिया एक केमिकल फर्टिलाइजर है जो की भूमि में पड़े ऑर्गेनिक कार्बन को कम करता है।
ऐसे में किसानों को ज्यादा मात्रा में यूरिया का इस्तेमाल करने के साथ फसलों में नुकसान होता है। उसके अलावा भी आर्थिक खर्च भी उठाना पड़ता है और उन्हें आर्थिक नुकसान भी होता है इसलिए किसानों को यूरिया का उपयोग Urea in wtheat Crop ज्यादा मात्रा में है कृपया सही मात्रा में ही प्रयोग में लाना चाहिए।
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